डॉक्टर बिस्वास बताते हैं कि अपने आप को पीड़िता का रिश्तेदार बताने वाला व्यक्ति डॉक्टरों और परिवार तक पर जल्दी पोस्टमार्टम का दबाव बना रहा था। डॉक्टर ने बताया कि वह पूर्व पार्षद हैं और मैं उनका नाम नहीं बता सकता।
दिनेश त्रिवेदी ने दावा किया, "रेलवे ट्रैक पर ग्रीन सिग्नल था, ऐसे में इंटरलॉकिंग सिस्टम का इस तरह से खराब होना असंभव है। रेलवे सिस्टम में इस तरह की चीजें नहीं होतीं।"