Friday, November 15, 2024

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अयोध्या

रामकाज के लिए छोड़ी SBI की सरकारी नौकरी, कारसेवा में पहुँचे अयोध्या: राँची के वीरेंद्र विमल की कहानी, जब ट्रेन रोककर लोगों ने किया...

राँची के वीरेंद्र विमल ने राम काज के लिए भारतीय स्टेट बैंक की अपनी सरकारी नौकरी में राँची से बाहर पोस्टिंग नहीं ली और बाद में नौकरी छोड़ दी।

‘माँ मैं जा रहा, शायद अब न लौट पाऊँ’: यही बोल कर निकले अयोध्या, बूढ़े माँ-बाप को नहीं मिली लाश, धर्म प्रचार के लिए...

अयोध्या रामजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के दौरान मुलायम पुलिस की गोलियों से बलिदान हुए भगवान सिंह जाट का शव फेंक दिया गया था सरयू नदी में?

‘श्रीराम हम सबके पूर्वज, धर्म बदलने से पुरखे नहीं बदलते’: ‘रामज्योति’ के लिए भगवा पहन अयोध्या निकलीं मुस्लिम महिलाएँ, सरयू का पवित्र जल भी...

काशी का हर घर 'रामज्योति' से रोशन होगा। नाजनीन और नजमा अंसारी 'रामज्योति' लाने अयोध्या रवाना हो चुकी हैं, उसी से पूरी काशी को जगमग किया जाएगा।

लकड़ी की आँच वाली रोटी, बैलगाड़ी की सवारी, ग्रामीण परिवेश में ‘होम स्टे’: अवध की मेहमाननवाज़ी और खानपान का लुत्फ़ उठाएँगे पर्यटक, योगी सरकार...

योगी सरकार की हेरिटेज विलेज थीम्ड होम स्टे योजना के जरिए देश-दुनिया के मेहमान ग्रामीण परिवेश में अवधी ठाठ से रूबरू होंगे, मेहमाननवाज़ी-खानपान का लुत्फ़ उठाएँगे।

बाबरी ढाँचा गिराने के लिए पढ़ा मारुति स्त्रोत… वानर आया और ढहा गया दीवार: मिलें 96 वर्ष की कारसेवक शालिनी दबीर से, जिन्हें छूकर...

शालिनी बताती हैं कि बहुत कोशिशों के बाद भी बाबरी की एक दीवार नहीं गिर रही थी तभी एक बंदर उस दीवार पर बैठा और सब कुछ धूल-धूल हो गया।

‘हमारा मुख्य उद्देश्य हिन्दू धर्म का प्रचार-प्रसार’: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर तिरुपति मंदिर से जाएँगे 1 लाख लड्डू, TTD ने कहा – ये सनातन...

TTD के एग्जीक्यूटिव अधिकारी AV धर्मा रेड्डी ने कहा कि संस्था का प्राथमिक उद्देश्य हिन्दू धर्म एवं इसकी संस्कृति व मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना ही है, ऐसे में वो राम जन्मभूमि पूजा का हिस्सा बन कर सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं।

अयोध्या में कारसेवकों पर फेंका बम, हवा में कैच कर बचाई सैकड़ों जिंदगी… कहानी राम मंदिर के लिए 19 साल की उम्र में बलिदान...

6 दिसंबर 1992। वह दिन ​जब अयोध्या में विवादित ढाँचा ढहा था। वह दिन जब 19 साल के अविनाश माहेश्वरी राम मंदिर के लिए बलिदान हो गए।

22 जनवरी को पूरी होगी अयोध्या के एक संत की 22 साल से चल रही तपस्या, एक वक्त भोजन और सिले कपड़े नहीं पहनने...

करपात्री जी महाराज कहते हैं कि 18 पुराण और 4 वेद मिलकर राम का विग्रह बनता है इसलिए प्राण प्रतिष्ठा की तारीख 22 जनवरी रखी गई है।

रामजन्मभूमि दर्शन करने जा रहे थे राम अचल गुप्ता, रोका तो रामधुन में रम गए, फिर भी मार दी गोली: बलिदानी के परिवार ने...

मुलायम यादव की सरकार में कारसेवक राम अचल गुप्ता को अयोध्या में जन्मभूमि का दर्शन करवाने के बहाने ले जाकर गोलियों से भून दिया गया था।

न घर आई अस्थियाँ, न अपनों को मिला अंतिम दर्शन: कहानी उस कारसेवक की जो राम मंदिर के लिए दूधमुँही बेटियों को छोड़कर गए...

संजय कुमार सिंह 2 नवंबर 1990 को अयोध्या में बलिदान हुए थे। मुलायम सिंह की सरकार की तरफ से आए आदेश में कारसेवकों को गोली मार दी गई थी।

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