उमर एजाज के गिरफ्तार होने के बाद मीडिया में एक सेट पैटर्न के तहत हेडलाइन चलाई गई। जहाँ उमर एजाज का नाम बड़ी चालाकी से शीर्षक से छिपाया गया और भारत का नाम उभार दिया गया।
किसी विदेशी मजहब को इस देश में रह कर मातृभूमि से ऊपर रखने की यही सोच है जो कट्टरपंथी और आतंकवाद के रूप में तब्दील होती जा रही है। कल को मौलाना साजिद रशीदी जैसे लोग ये भी कहेंगे कि स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देना इस्लाम में हराम है।
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा के बीच एक तरफ जहाँ तस्वीरें सामने आ रही हैं कि भारत में शरण लेने के लिए हजारों लोग सीमा पर खड़े हैं। वहीं दूसरी तरफ भारत में अलग-अलग राज्यों से बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े जा रहे हैं।