एक तरफ उलेमा बोर्ड ने अपना समर्थन देने के लिए ये सारी शर्तें रखी हैं तो दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि एनसीपी नेता शरद पवार ने इन सभी स्थितियों पर संज्ञान लिया है।
प्रकाश अंबेडकर ने बताया 1988-91 में जब शरद पवार मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने दुबई में दाऊद इब्राहिम से मुलाकात की थी। वह पूछते हैं कि क्या केंद्र ने ऐसा करने की मंजूरी दी थी।