पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि रात में कुछ बदमाशों ने घर में घुसकर धारदार हथियार से गला रेत कर राकेश सिंह की हत्या कर दी।
पुलिस ने वाराणसी से दबोचे गए बदमाशों के पास से पिस्टल, ज़िंदा कारतूस और तमंचे बरामद किए हैं। बदमाशों ने बताया है कि वे बीजेपी विधायक सुशील सिंह की हत्या की फिराक में थे।
माजिद ने एक सुनसान जगह पर ऑटो रोकी और बुजुर्ग वैज्ञानिक के जेवरात लूट लिए। उसके बाद उसने उनकी गला दबा कर हत्या कर दी। इसके बाद माजिद ने गोविन्दपाल को बुला कर रूप लता की लाश को ठिकाने लगाया।
19 जून की देर रात बच्ची के साथ बलात्कार और फिर उसकी हत्या। 24 जुलाई को कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हुई। मात्र 6 कामकाजी दिनों (छुट्टियों को छोड़कर) के भीतर गवाहों गवाही ली गई। 8 अगस्त 2019 को दोषी को मौत की सजा सुनाई गई।
इमरान, खालिद और अनवर ने बर्थडे पार्टी को अनुच्छेद 370 से जुड़ा जश्न समझ कर धमकी दी। उसमें कहा कि यहाँ कोई जश्न नहीं होगा। इमरान ने धमकी दी कि यह कश्मीर नहीं पिड़ावा है और यहाँ जश्न नहीं चलेगा।
नौशाद ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी के फोन में एक रिकॉर्डिंग ऐप इनस्टॉल कर रखा था, जिससे उसे पता चलता रहे कि वह किससे क्या बातें करती है? इसी ऐप के माध्यम से उसे पता चला कि उसकी पत्नी शकील से मिलती-जुलती है।
कार्तिकेयन पूर्व महिला महापौर उमा माहेश्वरी, उनके पति मुरुगशंकरन और उनकी नौकरानी मारी की हत्या का मुख्य आरोपित है। आरोपित के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 380 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरिफ मीट कारोबारी कुरैशी की हत्या करने के बाद उसके भाई रहीस को मारने के लिए पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार के एक निजी अस्पताल में गया था। लेकिन रहीस बच गया, क्योंकि हत्यारे को वो हॉस्पिटल में नहीं मिला।
ट्रक के नंबर प्लेट में कालिख लगाने पर सफाई देते हुए सपा नेता ने कहा कि यह सब केवल फाइनेंसर की नजरों से बचने के लिए किया गया था। अगर इसके बाद भी साजिश की आशंका है तो सरकार इसकी CBI जाँच करवा ले, सच्चाई साफ़ हो जाएगी।
मुख्तार की पत्नी ने पूछताछ के दौरान स्वीकारा कि उसने अपनी बेटियों को बचाने के लिए पहले मुख्तार को शराब पिलाई, फिर खाने में नशे की गोलियाँ दी और फिर बेहोश होने पर उसने प्लॉस्टिक की रस्सी से उसका (मुख्तार) गला घोंटकर मार दिया।