Thursday, April 3, 2025
Homeदेश-समाजऑटो ड्राइवर माजिद ने की थी बुजुर्ग महिला वैज्ञानिक की हत्या, 9 महीने बाद...

ऑटो ड्राइवर माजिद ने की थी बुजुर्ग महिला वैज्ञानिक की हत्या, 9 महीने बाद फोन से सुलझी गुत्थी

72 वर्षीय वैज्ञानिक रूप लता भाईदूज पर महिपालपुर स्तिथ अपने भाई के घर से लौटते वक़्त गायब हो गई थीं। दो दिन बाद उनकी लाश सरिता विहार के पास मिली थी।

नवम्बर 2018 में दिल्ली में हुए एक हत्याकांड की गुत्थी अब जाकर सुलझी है। 72 वर्षीय वैज्ञानिक रूप लता भाईदूज पर महिपालपुर स्तिथ अपने भाई के घर से लौटते वक़्त गायब हो गई थीं।

दो दिन बाद उनकी लाश सरिता विहार के पास मिली थी। करीब 9 महीने बाद उनकी हत्या की गुत्थी सुलझी है। पुलिस ने 22 वर्षीय ऑटो ड्राइवर माजिद और उसके सहयोगी गोविन्दपाल को गिरफ़्तार किया है।
रूप लता प्रह्लादपुर में माजिद के ऑटो में बैठी थीं। उनके फ़ोन को ट्रैक कर पुलिस ने हत्या की यह गुत्थी सुलझाई है।

नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर से रिटायर रूप लता की हत्या के बाद से उनका फोन गोविन्दपाल का एक सम्बन्धी इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस को पहले शक था की अंतर्राज्यीय डकैती गिरोह ने यह घटना अंजाम दी होगी। साउथ ईस्ट के एडिशनल डीएसपी कुमार ज्ञानेश ने इस मामले को सुलझाया। दरअसल, जब रूप लता ने ऑटो हायर किया, तब माजिद ने जानबूझ कर अलग रास्ता पकड़ लिया।

TOI के दिल्ली संस्करण में छपी ख़बर

रूप लता द्वारा विरोध करने पर माजिद ने कहा कि इस रास्ते से जल्दी पहुँच जाएँगे क्योंकि जाम नहीं रहता है। रास्ते में उसने एक सुनसान जगह पर गाड़ी रोकी और बुजुर्ग वैज्ञानिक के जेवरात लूट लिए। उसके बाद उसने उनकी गला दबा कर हत्या कर दी। इसके बाद माजिद ने गोविन्दपाल को बुला कर रूप लता की लाश को ठिकाने लगाया। माजिद ने मृत वैज्ञानिक का फोन गोविन्दपाल को दे कर उसे ठिकाने लगाने को कहा, लेकिन गोविन्दपाल ने वह फोन अपने एक सम्बन्धी को दे दिया। यही फोन इस ममले को सुलझाने का माध्यम बना।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अखंड भारत की शुरुआत बांग्लादेश से सटे ‘चिकन नेक’ को चौड़ा करके: बंगाल के हिन्दुओं को वापस मिले उनकी मातृभूमि, जानिए यह क्यों जरूरी

मुहम्मद यूनुस के पूर्वोत्तर राज्यों पर दिए गए बयान के बाद अब भारत को बांग्लादेश के कुछ इलाके कब्जा करके जवाब देना चाहिए।

जॉर्ज सोरोस की संस्था से ₹25 करोड़, USAID से मिले ₹8 करोड़: बेंगलुरु की 3 कंपनियों की जाँच कर रही ED, जानिए केस की...

बेंगलुरु की तीन कंपनियों को 2021 से 2024 के बीच 25 करोड़ रुपये मिले। इसके साथ ही ASAR को USAID से भी 8 करोड़ रुपये मिले।
- विज्ञापन -