नाइजीरिया के अबुजा में प्रशासन अधिकारियों ने एक ह्यूमन मिल्क फैक्ट्री से 115 महिलाओं को रेस्क्यू किया है। इन महिलाओं की उम्र 16 से 22 साल के बीच की बताई जा रही है। फैक्ट्री में इनका रेप होता था। फिर प्रेगनेंसी के बाद इनका दूध निकाल कर उससे पनीर, मक्खन और ताजे दूध जैसे डेयरी उत्पाद तैयार करके बेचे जाते थे।
रिपोर्ट के अनुसार, इनमें अधिकांश महिलाएँ 3 साल पहले अपने घरों से गुमशुदा हुई थीं। रेस्क्यू के दौरान पीड़िताओं में अधिकतम उम्र की महिला 22 साल की है। अब पुलिस को आशंका है कि अपराधियों ने इनकी कुछ वीडियो बना कर डार्क वेब प्लेटफॉर्म पर भी डाली है, जिसे बिटकॉइन के जरिए पेमेंट करने वाले देखते हैं।
Reality or anti-bitcoin propaganda? Women raped and impregnated live on internet at ‘Human milk factory’: Here is what we know about the sordid talehttps://t.co/7LzAa80HHb
— OpIndia.com (@OpIndia_com) February 9, 2021
खबर के अनुसार, लड़कियों का रेप और उन्हें प्रेगनेंट करने का काम इंटरनेट पर लाइव आ आकर किया जाता था। इसके अलावा बच्चे के जन्म के बाद इनसे दूध लिया जाता था और बाद में अधिकांश उत्पादों को पूरी प्रक्रिया के वीडियो के साथ देश से बाहर उपभोक्ताओं को भेजा जाता था।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कुछ लोग स्वयं लड़कियाँ चुनते थे कि उन्हें किस लड़की से दूध चाहिए। इसके बाद लड़की को उस दिन अलग से खाना खिलाया जाता था। उनसे अलग से अनुरोध होता था कि वह लड़की अपने मुँह से कस्टमर का नाम लेकर बोले कि ये दूध तुम्हारे लिए है।
मालूम हो कि इस भयावह प्रकरण के संबंध में सोशल मीडिया पर लोग इसे एक तरकीब बता रहे हैं ताकि नाइजीरिया में क्रिप्टोकरेंसी बैन हो सके। कुछ लोग इसे सरकार का प्रोपगेंडा कह रहे हैं। वहीं कुछ लोगों को ये सब एक बड़ा मजाक लग रहा है।
एक यूजर लिखता है, “मैं विश्वास नहीं कर पा रहूँ कि लोग ऐसी बकवास चीजों को फ्रंट पेज पर डालते हैं। कुछ वाकई में कहीं न कहीं बहुत गलत है।” यूजर्स का मानना है कि सिर्फ़ बिटकॉइन को बदनाम करने के लिए ऐसी कहानी रची जा रही है।