इन दिनों सोशल मीडिया में एक अख़बार की कटिंग वायरल हो रही है। वायरल होती अख़बार की इस कटिंग की हेडिंग कुछ इस तरह है – कुंभ मेले में पाँच लाख कंडोम बाँटेगी सरकार। मुहम्मद अब्दुल्लाह नाम के एक फ़ेसबुक यूजर की आईडी से शेयर की गई अख़बार की यह तस्वीर हमारे फ़ेसबुक वॉल पर दिखी।
इस कटिंग को देखने के बाद ‘कुंभ में कंडोम’ टाइप करके हमने फ़ेसबुक ओर गूगल पर सर्च किया। फेसबुक पर सबसे पहले किरण यादव नाम के एक यूजर द्वारा शेयर की गई पोस्ट दिखी। अपने पोस्ट में किरण यादव नाम के इस महिला ने लिखा, “उत्तर प्रदेश की जनता की टैक्स की पैसे अरबों रूपये कुंभ के नाम पर र…ओं की अय्याशी में खर्च की जा रही है। इतने पैसे से करोड़ों उत्तर प्रदेश की नागरिक की गरीबी दूर हो सकती थी।” किरण के इस पोस्ट को करीब 420 लोगों ने शेयर किया है, जबकि 2000 से ज्यादा लोगों ने इस पोस्ट को लाइक किया है।
आइए करते हैं इस खबर की पड़ताल
इस तरह की ख़बर को देखते ही ऑपइंडिया टीम ने सबसे पहले गूगल की मदद से खब़र को खंगालने की कोशिश की। गूगल पर इस खबर को सर्च करने पर “आजाद सिपाही” और “द वॉइस” नाम की दो वेबसाइट को हमने खोज निकाला, जिसने इस तरह की हेडिंग के साथ खबर को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है। इसके अलावा मुख्यधारा की किसी भी बड़े मीडिया हाउस ने अपनी वेबसाइट पर इस तरह की खबर को अपलोड नहीं किया है। यही नहीं, आजाद सिपाही नाम के इस अखबार की कटिंग और वेबसाइट पर हेडिंग, इंट्रो से लेकर बॉडी की ख़बर सब एक ही है।
क्या सच में यह ख़बर सही है?
इस वायरल ख़बर की पड़ताल के लिए हमने कुंभ के सूचना निदेशक श्री शिशिर से फ़ोन पर बात की। सवाल पूछते ही सूचना निदेशक ने कहा कि यह एक झूठी खबर है। ऐसी कोई बात उनकी जानकारी में नहीं है। यह कुंभ की पवित्रता को बदनाम करने की कोशिश है।
निष्कर्ष में हमारी टीम ने यह पाया
हमारी टीम ने अपनी इस पड़ताल में पाया कि कुंभ की पवित्रता को कुछ लोगों द्वारा बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। यह महज एक अफ़वाह है। सरकार की तरफ़ से कुंभ के दौरान कंडोम बांटने की किसी भी तरह की घोषणा नहीं की गई है।