एप्पल के आइफोन का प्रयोग करने वाले कुछ विपक्षी सांसदों ने मंगलवार (31 अक्टूबर 2023) को दावा किया कि उनके डिवाइस पर खतरे की नोटिफिकेशन आई है। इस नोटिफिकेशन में लिखा है कि सरकार द्वारा प्रायोजित हैकर्स आपके आइफोन को निशाना बना सकते हैं। यह नोटिफिकेशन iMessage और एप्पल मेल में भेजा गया।
ये नोटिफिकेशन महुआ मोइत्रा, शशि थरूर, सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेड़ा, केसी वेणुगोपाल, प्रियंका चतुर्वेदी, राघव चड्ढा, असदुद्दीन ओवैसी सहित कई लोगों को आए हैं। इन सांसदों एवं नेताओं ने केंद्र सरकार, खासकर गृह मंत्रालय पर निशाना साधते हुए उनकी जासूसी का आरोप लगाया है। कॉन्ग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक ऐसे ही मैसेज का स्क्रीनशॉट डालकर लिखा कि ‘मोदी सरकार, आप ऐसा क्यों कर रहे हो’?
Dear Modi Sarkar, why are you doing this? pic.twitter.com/3hWmAx00ql
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) October 31, 2023
वहीं, कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर ने यही स्क्रीनशॉट डालते हुए लिखा, “ये एक एप्पल आईडी से मिला है मुझे। मैं इस बात से खुश हूँ कि कम काम करने वाले अधिकारियों को मेरे जैसे करदाताओं के खर्चे पर व्यस्त रखा जा रहा है। करने को इससे अधिक महत्वपूर्ण कुछ और नहीं है?”
Received from an Apple ID, [email protected], which I have verified. Authenticity confirmed. Glad to keep underemployed officials busy at the expenses of taxpayers like me! Nothing more important to do?@PMOIndia @INCIndia @kharge @RahulGandhi pic.twitter.com/5zyuoFmaIa
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 31, 2023
हालाँकि, जासूसी पर चिल्लाने वाले थरूर ने स्वयं ही एक ट्वीट में अपनी निजी ईमेल आईडी उजागर कर दी। इसके पश्चात उन्होंने यह ट्वीट डिलीट किया और दूसरा ट्वीट किया।
वहीं, कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने इस मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इसमें उन्होंने कहा कि उनके दफ्तर में कई लोगों को इस तरह मैसेज आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा देश के युवाओं का ध्यान बाँटने की कोशिश कर रही है।
#WATCH | Multiple opposition leaders allege 'hacking' of their Apple devices, Congress leader Rahul Gandhi says, "A number of people in my office have got this message… In Congress, KC Venugopal ji, Supriya, Pawan Khera have got it too…They (BJP) are trying to distract the… pic.twitter.com/1euRYvAL6o
— ANI (@ANI) October 31, 2023
हालाँकि, ऐसा नहीं है कि यह मैसेज मात्र I.N.D.I. गठबंधन के लोगों को ही आए हैं। स्वतंत्र शोध संस्थान आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के मुखिया समीर सरन ने भी एक्स (पहले ट्विटर) पर बताया है कि उनको भी इस तरह का मैसेज मिला है।
Was notified by Apple late last night that my iPhone linked to my Apple ID is being targeted … I have implemented the on-device remedial measures suggested by Apple and am reaching out to experts as well …. pic.twitter.com/x9KbvcV1ez
— Samir Saran (@samirsaran) October 31, 2023
ऐसे ही मैसेज आर्मेनिया के कुछ लोगों के आईफोन पर भी प्राप्त हुए हैं। आर्मेनिया के पत्रकार आर्तुर पापयान ने भी एक्स पर पोस्ट करके बताया है कि उनके आइफोन पर ऐसे मैसेज आए हैं। उन्होंने आर्मेनिया के सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों से अपना फ़ोन चेक करवाने की अपील की है।
Apple has issued a new round of threat notifications about State Sponsored attacks. If you're an Armenia-based journalist or a civil society representative, contact me, @Kornelij or @RubenMuradyan to get your device checked, as well as urgent advice and support. pic.twitter.com/kM8DbZKPKP
— Artur Papyan (@ditord) October 31, 2023
हालाँकि, एप्पल स्वयं अपनी वेबसाइट पर कहता है कि उसके द्वारा आईफोन यूजर्स को भेजे गए सरकार प्रायोजित जासूसी के बारे में मैसेज हमेशा सही नहीं होते हैं। यहाँ तक कि जो मैसेज विपक्ष के सांसदों को आया है उसमें भी लिखा है कि ‘यह मैसेज झूठा हो सकता है, लेकिन आप चेतावनी को गंभीरता से लें’।
एप्पल ने एक बयान जारी करके कहा है, “एप्पल इन नोटिफिकेशन को किसी सरकार प्रायोजित हैकर से नहीं जोड़ता है। ये हैकर अच्छा पैसा पाते हैं और इनके हमले समय के साथ बदलते रहते हैं। ऐसे खतरों को पहचानने के लिए उपयोग किए जाने इंटेलिजेंस मैसेज अक्सर गड़बड़ या अधूरे होते हैं। यह संभव है कि कुछ एप्पल नोटिफिकेशन झूठे हों या कुछ हमले पहचाने ही ना जाएँ।”
"Apple does not attribute the threat notifications to any specific state-sponsored attacker. State-sponsored attackers are very well-funded and sophisticated, and their attacks evolve over time. Detecting such attacks relies on threat intelligence signals that are often imperfect… https://t.co/Bvmi5G1pQ4
— ANI (@ANI) October 31, 2023
गौरतलब है कि यह एप्पल नोटिफिकेशन उसके ऐसे यूजर्स को सावधान करने के लिए कंपनी द्वारा जारी की जाती है, जिन पर किसी सरकार द्वारा प्रायोजित हैकरों ने हमला किया हो। यह जानकारी एप्पल की वेबसाइट पर दिया गया है।
देश के रेल और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि वह सांसदों के उन बयानों से चिंतिंत हैं, जिनमें उन्होंने एप्पल से प्राप्त नोटिफिकेशन के बारे में बात की है। उन्होंने इसको लेकर एप्पल के दावे को भी दोहराया है कि यह सदैव सही नहीं होता। साथ ही मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एप्पल की सुरक्षा तकनीकों के विषय में भी बात की है।
We are concerned by the statements we have seen in media from some MPs as well as others about a notification received by them from Apple. The notification received by them as per media reports mentions about ‘state-sponsored attacks’ on their devices. However much of (1/5)
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 31, 2023
उन्होंने कहा कि भारत सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा और निजता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह गंभीर है। उन्होंने इस मामले की जाँच करवाए जाने की घोषणा की है और कहा है, “हमने एप्पल से भी कहा है कि वह जाँच में सहयोग करें”।
In light of such information and widespread speculation, we have also asked Apple to join the investigation with real, accurate information on the alleged state sponsored attacks. (5/5)
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 31, 2023