मध्य प्रदेश चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी की ओर असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने भोपाल में जनसभा को संबोधित करते हुए कॉन्ग्रेस पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस को वोट देने का मतलब होगा बाबर और औंरगजेब को वोट देना। उन्होंने कहा कि जहाँ प्रधानमंत्री मोदी देश को विश्व गुरु बनाने के सपने देख रहे हैं, वहीं कॉन्ग्रेस नेता सिर्फ एक दूसरे के कपड़े फाड़ने की राजनीति में लगे हैं।
उन्होंने कहा, “आज कमलनाथ पूछते हैं कि क्या राम मंदिर भाजपा का है? अरे राम मंदिर भाजपा का है या नहीं अलग बात है लेकिन राम मंदिर कॉन्ग्रेस का तो बिलकुल नहीं है। इतना सोच-समझ लो। अगर ऐसा होता तो जवाहरलाल नेहरू- इंदिरा गाँधी-राजीव गाँधी के वक्त में ही राम मंदिर बन जाता।” वो पूछते हैं जनता से कि अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं होते तो क्या देश में रामलला का मंदिर बन पाताय़ इसके बाद वो कहते हैं कि कमलनाथ अपने आपको बड़ा ‘हनुमान भक्त’ बताते हैं तो वो बताएँ कि आजतक वो रामलला के मंदिर क्यों नहीं गए?
सरमा बोले कि ये कॉन्ग्रेसी राम मंदिर इसलिए नहीं जाते क्योंकि इससे देश के ‘बाबर’ लोग उनसे नाराज हो जाएँगे। इसलिए वो रामलला मंदिर नहीं जाते। सीएम सरमा ने यह भी पूछा कि हमास ने इजरायल पर इतना बड़ा धमाका किया लेकिन इनकी ओर से हमास पर कभी नहीं बोला गया कि उसने गलती की है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इन्हें आसपास जो ‘हमास’ हैं उनकी चिंता ज्यादा है।
आगे सीएम सरमा ने बताया कि पिछले दिनों एक रैली के दौरान उनकी बाबर-औरंगजेब की टिप्पणी पर से कुछ लोग नाराज होकर उनकी शिकायत निर्वाचन आयोग में कर दिए थे, जिसके जवाब में उन्होंने यही कहा- “अगर मुख्यमंत्री होकर मैं बाबर-औरंगजेब को टाइट नहीं करूँगा तो मेरा मुख्यमंत्री बनने का क्या फायदा। इनको टाइट करने के लिए ही तो मैं मुख्यमंत्री बना हूँ।”
उन्होंने बताया की उनके सीएम बनने के बाद उनके पास फाइल आई कि मदरसा के शिक्षक को सैलरी देनी है। इस पर उन्होंने पूछा कि इससे क्या पैदा होता है, क्या मिलता है तो जवाब आया कि मुल्ला। इतना सुन वह बोले- “क्या मुल्ला पैदा करना सरकार का काम है क्या? ये मुल्ला पैदा करने की दुकान बंद करो, डॉक्टर इंजीनियर पैदा करने की दुकान खोलो।”
मुख्यमंत्री कहते हैं कि आर्टिकल 370 हटाना हो या रामलला के मंदिर बनने की बात हर बार कहा गया कि ये लोग (कट्टरपंथी) नाराज होंगे, हल्ला होगा… लेकिन सब कुछ हो गया। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है ये लोग क्या कर पाए, कुछ नहीं।
वहीं कॉन्ग्रेस के समय में संसद पर हमला हो गया तब भी ये लोग कुछ नहीं कर पाए। बस कहते रहे- हम क्या कर सकते हैं उनके पास परमाणु है। पर, वही स्थिति जब मोदी सरकार में आई तो उन्होंने पठानकोट में हमला करने का जवाब मिला और पाकिस्तान न्यूक्लियर रखते हुए कुछ नहीं कर पाया।
उन्होंने भारत की कामयाबियों को गिनाते हुए कहा कि इस देश पर अगर कोई आँख उठाकर देखेगा तो वो जल जाएगा चाहे वो औरंगजेब हो चाहे बाबर। कॉन्ग्रेस बार बार कह रही है कि सरकार बदलो मध्यप्रदेश में। कर्नाटक में बदलकर देख ली न- अकबर बाबर को विटामिन मिल गया है। मध्यप्रदेश में भी अगर इनकी सरकार आई तो आज ये लोग जो 10 इंच का सीना लेकर घूम रहे हैं ये 30 इंच का करके घूमेंगे ये सोचकर कि उनकी सरकार आ गई।