Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजNSG-NIA कर रही इजरायली दूतावास के पास धमाके की जाँच, CCTV में दो संदिग्ध...

NSG-NIA कर रही इजरायली दूतावास के पास धमाके की जाँच, CCTV में दो संदिग्ध कैद: ‘सर अल्लाह रेजिस्टेंस’ ग्रुप का लेटर मिला

इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ पुख्ता जानकारी लगी है, जल्द ही इस धमाके से जुड़े सभी दहशतगर्दों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस बीच, एनएसजी और एनआईए ने जाँच का जिम्मा संभाल लिया है और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप से जुड़े जाँचकर्ताओं ने मौके पर पहुँच कर सभी संभावित एंगल से जाँच शुरू कर दी है।

इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके में सुरक्षा एजेंसियाँ जल्द ही अपराधियों तक पहुँच सकती हैं। सीसीटीवी फुटेज में 2 संदिग्ध दिखे हैं, उनकी तलाश की जा रही है। हालाँकि, इनका इस धमाके से संबंध है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है। इस बीच, फॉरेंसिंक टीम और डॉग स्क्वॉड ने पूरे इलाके की जाँच की है। घटनास्थल से एक लेटर मिला है, जिसमें ‘सर अल्लाह रेजिस्टेंस’ ग्रुप का नाम दिया हुआ है।

सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस धमाके से जुड़े सभी दहशतगर्दों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस बीच, NIA ने जाँच का जिम्मा संभाल लिया है। NSG भी डॉग स्क्वॉयड के साथ पहुँचा है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप से जुड़े जाँचकर्ताओं ने मौके पर पहुँच कर सभी एंगल से जाँच शुरू कर दी है। यह धमाका एम्बेसी से 260 मीटर नंदास हाउस के गेट नंबर -4 पर हुआ था। इस जगह पर CCTV कैमरा नहीं था।

एनएसजी की फॉरेंसिंक टीम और डॉग स्क्वॉड ने की जाँच

एनएससी की फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड ने घटनास्थल का मुआयना किया है और हरेक कोने की जाँच की है। समाचार एजेंसी एएनआई ने इस बारे में एक वीडियो जारी किया है। इसमें डॉग स्क्वॉड की टीम और फॉरेंसिक टीम जाँच करती दिख रही हैं। इलाके की सीसीटीवी फुटेज में 2 संदिग्ध दिखे हैं। जल्द ही सभी आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।

इजरायल ने जारी की यात्रा सलाह

उधर इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने इजरायली दूतावास के बाहर हुए इस हमले के बाद अपने नागरिकों के लिए यात्रा सलाह जारी की है। सुरक्षा परिषद इसे एक संभावित आतंकी हमला मानकर चल रही है। इसने अपने नागरिकों से भारत और विशेष कर दिल्ली के भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह दी है।

इजरायल ने अपने नागरिकों को ऐसी जगहों पर जाने से बचने को कहा है जो कि इजरायली और यहूदी समुदाय के आने जाने वाली जगहें मानी जाती हैं। सुरक्षा परिषद ने अपनी सलाह में इजरायली नागरिकों ने भारत में सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

इजरायली दूतावास के पास हुआ था धमाका

बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में स्थित इजरायली दूतावास के पास 26 दिसम्बर 2023 की शाम को एक धमाका हुआ था। धमाके के बाद मौके पर पहुँची दिल्ली पुलिस को यहाँ से एक पत्र बरामद हुआ है। इसमें जिहाद और अल्लाह हू अकबर जैसे नारों और गाजा में चल रहे युद्ध का जिक्र है।

दिल्ली पुलिस ने इलाके को सील करके आसपास जाँच की और पाया कि यह धमाका उतना ताकतवर नहीं था। दिल्ली पुलिस की जाँच टीम ने इसी प्लॉट से एक पत्र भी बरामद किया है। पत्र इजरायल के राजदूत को संबोधित करके लिखा गया है। पत्र की भाषा काफी अभद्र है और इसमें गालियों का भी उपयोग किया गया है।

यह पत्र एक पन्ने का है और इसे टाइप करके लिखा गया है। यह पत्र इजरायल के झंडे में लपेटकर यहाँ छोड़ा गया था। पत्र में गाजा पट्टी में हो रही इस्लामी आतंक विरोधी कार्यवाही रोकने की धमकी दी गई है। इसमें इस्लामी नारों जैसे कि ‘अल्लाह-हू-अकबर’ और ‘जिहाद’ जैसे शब्दों का उपयोग किया गया है। इस पत्र में इजरायल के खिलाफ जिहाद जारी रखने की धमकी दी गई है।

गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था। इसके बाद इजरायल गाजा में लगातार आतंक विरोधी अभियान चला रहा है। यह धमाका इसी की प्रतिक्रिया में बताया जा रहा है। हालाँकि यह पहली बार नहीं है जब नई दिल्ली में स्थित इजरायली दूतावास को निशाना बनाया गया हो।

इससे पहले जनवरी 2021 में भी इजरायली दूतावास के बाहर एक धमाका हुआ था। इस धमाके में जान-माल की कोई क्षति नहीं हुई थी, लेकिन कुछ गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गई थी। दिल्ली पुलिस ने इजरायली दूतावास और यहूदियों के धार्मिक स्थलों समेत अन्य जगह पर सुरक्षा को धमाके के बाद बढ़ा दिया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।

जिस संभल में हिंदुओं को बना दिया अल्पसंख्यक, वहाँ की जमीन उगल रही इतिहास: मंदिर-प्राचीन कुओं के बाद मिली ‘रानी की बावड़ी’, दफन थी...

जिस मुस्लिम बहुल लक्ष्मण गंज की खुदाई चल रही है वहाँ 1857 से पहले हिन्दू बहुतायत हुआ करते थे। यहाँ सैनी समाज के लोगों की बहुलता थी।
- विज्ञापन -