आईएसआईएस में भर्ती होने जा रहे आईआईटी गुवाहाटी के छात्र तौसीफ अली फारूकी जब हॉस्टल से भागा, तो वो हाथों में आईएसआईएस का झंडा लेकर चल रहा था। तौसीफ को सबसे पहले हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा और आईएसआईएस के समर्थन की बात सुनने पर उसे चांटा भी जड़ दिया। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं के सामने तौसीफ ने जैसे ही हिंदू-मुस्लिम करना शुरू किया और आईएस की तारीफ शुरू की, वैसे ही उन्होंने थप्पड़ मारकर उसे जमीन पर बैठा दिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता तांके डेका ने अपने साथियों के साथ तौसीफ अलीफ फारूकी को कामरूप जिले से पकड़ा। उन्होंने तौसीफ को हाजो के दमदमा में पकड़ा। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा उसे पकड़ने का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें उसे पकड़ने वाले लोग सवाल जवाब कर रहे हैं। इस वीडियो में तौसीफ बोलता है, “मेरी बात सुनिए आप लोग। मैं मानता हूँ कि हलाल और हराम बनाने का हक सिर्फ अल्लाह का है। ये जो हम लोग यहाँ हिंदू-मुसलमानों का राज कायम किया है, वो गलत है। आईसिस इसी चीज की दावत देता है कि अल्बात की दावत देता है कि अल्लाह ने जैसा बनाया है, वैसा हो। वो अल्लाह की हुकूमत साबित करना चाहते हैं।”
Incredible bravery! Yesterday evening, Hindu Jagran Manch Kamrup district's Tanke Deka and his friends caught an #ISIS terrorist in Damdama, Hajo. They immediately handed him over to Hajo police. Salute to these heroes!
— Gautam Chakrabarty (@GautamChakraba6) March 24, 2024
I call upon the @mygovassam and @assampolice to honor their… pic.twitter.com/TzpLefJ3on
इस दौरान लोगों ने उससे पूछा कि क्या वो बंदूकों से लोगों पर हमला करने वाले आईएसआईएस आतंकवादियों का समर्थन करता है? इसके जवाब में उसने कहा, ‘आईएसआईएस अल्लाह का शासन स्थापित करना चाहता है, जबकि पुलिस अपना शासन स्थापित करना चाहती है।’ इसके बाद उसके मुँह पर एक थप्पड़ पड़ता है और उसे बैठा दिया जाता है। तौसीफ को गुवाहावी से 30 किमी दूर हाजो कस्बे के दमदमा में स्थित एक मार्केट कॉम्प्लेक्स से पकड़ा गया।
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने की माँग
इस वीडियो को पोस्ट करते हुए आरएसएस के कार्यकर्ता गौतम चक्रवर्ती ने हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने की माँग की। उन्होंने लिखा कि हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को उनकी जागरुकता और खतरे को रोकने के लिए कदम उठाने की सक्रियता के लिए सम्मानित किया जाना चाहिए।
इस मामले में तांके डेका ने भी फेसबुक पर जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “आईआईटी गुवाहाटी का छात्र तौसीफ अली फारूकी आईएसआईएस का सदस्य है। उसे आज हाजो दमदमा में स्थानीय लोगों के समर्थन से हाजो पुलिस स्टेशन तक पहुँचाया है। उसने खुद को दिल्ली का निवासी बताया। क्या पढ़ा लिखा दुर्दांत मुस्लिम है।”
मीडिया से बातचीत करते हुए तांके डेका ने कहा, तौसीफ गुवाहाटी से नालबाड़ी की तरफ जा रहा था। उसके हाथ में इस्लामिक स्टेट का झंडा था। उसने दमदमा चौक पर इस्लामी नारे लगाए, जिसके तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने उसे रोक लिया। उसने बताया कि वो आईएसआईएस का सपोर्टर है, जिसके बाद कुछ स्थानीय लोगों ने उसकी पिटाई भी की। मैंने उसे लिंचिंग से बचाया और पुलिस को सौंप दिया।
डेका ने खुद तौसीफ से बातचीत की। इस बातचीत के आधार पर डेका ने कहा, “तौसीफ एक पढ़ा-लिखा जिहादी है, जिसका इस्लामिक जिहादी प्रोपेगेंडा ने पूरी तरह से ब्रेनवॉश किया जा चुका है। उसके पास से दो चाकू भी मिले।”
आईएसआईएस में शामिल होने का किया था ऐलान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तौसीफ अली ने अपने लिंक्डइन पर खुला पत्र लिखकर अपने ISIS में जाने की सूचना दी थी। वहीं पुलिस को इस बारे में एक ईमेल के जरिए से सूचना मिली थी। माना जा रहा है कि इसे खुद छात्र ने पुलिस के पास भेजा था।
🔴Assam: IIT Guwahati student joins #ISIS , writes open letter on #LinkedIn
— Veritas (Truth) (@veritas_truth__) March 23, 2024
Tauseef Ali Farooqui, a final year student at IIT Guwahati, allegedly joined ISIS.
His letter on #LinkedIn reveals radical beliefs and plans for migration. pic.twitter.com/iGxQoZkQ8L
ईमेल में उसने दावा किया था कि वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन ISIS के प्रति निष्ठा की शपथ ले चुका है। साथ ही उसने लिखा कि वह ISIS में भर्ती होने के लिए निकल चुका है। इस ईमेल की फ़ौरन जाँच करवाई गई। जाँच के दौरान पता चला कि ईमेल भेजने वाला छात्र शनिवार से ही फोन बंद करके लापता है। हालाँकि उसे हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने शनिवार की शाम को ही पकड़ लिया था और पुलिस के हवाले कर दिया।
बताते चलें कि अभी महज 4 दिन पहले असम पुलिस ने ISIS के भारत प्रमुख हारिश फारुखी को उसके साथी अनुराग सिंह सहित गिरफ्तार किया था। इन दोनों की गिरफ्तारी असम के धुबरी जिले से हुई थी। मूल रूप से पानीपत का रहने वाला अनुराग सिंह रेलवे का कर्मचारी है जो फिलहाल दिल्ली में तैनात है। हारिश फारुखी के सम्पर्क में आ कर अनुराग सिंह ने इस्लाम कबूल कर लिया था। मतांतरण के बाद उसका नया नाम रेहान है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या हिरासत में लिए गए छात्र का हारिश फारुखी और रेहान से कोई वास्ता है।