Monday, November 25, 2024
Homeदेश-समाज'क्लासमेट जोया और उसकी अम्मी करती थी तंग': हिंदू लड़की ने की आत्महत्या, 1...

‘क्लासमेट जोया और उसकी अम्मी करती थी तंग’: हिंदू लड़की ने की आत्महत्या, 1 हफ्ते बाद खुला मामला; जाँच में जुटी कर्नाटक पुलिस

लड़की का नाम अर्चना था और क्लासमेट की पहचान जोया के तौर पर हुई है। अर्चना ने सुसाइड से पहले एक नोट लिखा था जिसमें उसने जोया और उसकी अम्मी को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।

कर्नाटक के हावेड़ी जिले में एक 14 साल की बच्ची ने अपनी क्लासमेट के टॉर्चर से तंग आकर एक हफ्ते पहले आत्महत्या कर ली थी, लेकिन मामला अब जाकर प्रकाश में आया है। लड़की का नाम अर्चना था और क्लासमेट की पहचान जोया के तौर पर हुई है। अर्चना ने सुसाइड से पहले एक नोट लिखा था जिसमें उसने जोया और उसकी अम्मी को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।

अर्चना डोड्डाननवर जिले के हिरेकेरुर तालुक में मोरारजी देसाई सरकारी आवासीय विद्यालय में पढ़ती थी। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस पर प्रकाशित खबर के अनुसार, एक हफ्ते पहले अर्चना ने अपने घर पर आत्महत्या की तो घरवालों ने पुलिस को बताने की बजाय खुद उसका अंतिम संस्कार कर दिया। साथ ही स्कूल प्रबंधन और जोया के परिवार के साथ बैठकर मुआवजे की रकम भी तय कर ली। अर्चना के घरवालों ने इस मामले को रफा-दफा करने के लिए 10 लाख माँगे थे। हालाँकि सहमति एक लाख रुपए में बनी।

बताया जा रहा है कि जब कुछ ग्रामीणों को इन रुपयों में से हिस्सा नहीं मिला तो उन्होंने इस आत्महत्या की बात को फैला दिया और बात पुलिस तक पहुँची। ग्रामीणों ने बताया कि अर्चना की मौत में कुछ तो गड़बड़ थी। वह एक होनहार छात्रा थी। वहीं कुछ लोग अर्चना की फोटो लेने भी सफल हो गए थे। उन्होंने वो सारी तस्वीरें आदि दिखाते हुए स्कूल प्रबंधन और लड़की के माता-पिता का एक्शन लेने की माँग की।

पुलिस ने जानकारी होने पर इलाके का दौरा किया। वह अर्चना के घर गए। उस विद्यालय में गए जहाँ वो पढ़ती थी। पता लगने पर पुलिस ने घटना की जाँच शुरू कर दी है। अर्चना के परिजनों के अलावा ग्रामीणों और स्कूल प्रबंधन से भी पूछताछ की जा रही है। वो सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें लड़की ने लिखा था कि उसकी मौत की जिम्मेदार क्लासमेट जोया और उसकी अम्मी हैं जिन्होंने उसे प्रताड़ित किया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

UP की जिस सीट पर 64% मुस्लिम, वहाँ BJP के ‘रामवीर’ ने सबकी करवा दी जमानत जब्त: जानिए क्यों है यह जीत खास, क्या...

मुरादाबाद के मुस्लिम बहुल कुंदरकी सीट पर भाजपा के ठाकुर रामवीर सिंह की प्रचंड जीत ने भाजपा-संघ को आत्मविश्वास से भर दिया है।

वादा अच्छी जिंदगी का, पर भोजन को भी मोहताज: इस्लामी मुल्कों में घुट रही पंजाब की लड़कियों की सिसकियाँ, कुछ ही लौट पाती हैं...

पंजाब के एक दर्जन से अधिक जिलों की 100 से अधिक महिलाएँ पिछले 2 वर्षों में खाड़ी देशों लौट कर वापस आई हैं जिन्हे प्रताड़ित किया गया था।
- विज्ञापन -