बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र के दरभंगा में मोहम्मद इबनैन ने आर्यन यादव बनकर एक हिंदू लड़की को अपने झाँसे में ले लिया। इसके बाद उसने आर्य समाज मंदिर भी उससे शादी भी कर ली। खुद को हिंदू दिखाने के लिए इबनैन हाथ में कलावा बाँधता था और माथे पर तिलक भी लगाता था। शादी के कुछ समय उसने मुस्लिम लड़की से निकाह कर हिंदू लड़की को घर से निकाल दिया।
दरभंगा के हायाघाट अंतर्गत रसूलपुर गाँव का रहने वाला मोहम्मद इबनैन दरभंगा में एक हिंदू लड़की के घर में किरायेदार के रूप में रहता था। यहाँ उसने अपना नाम आर्यन यादव बताया था। वह हाथ में कलावा बाँधता था और माथे पर तिलक भी लगाता था। इतना ही नहीं, वह खुद को हिंदू साबित करने के लिए मंदिर जाने का भी दिखावा भी करता था।
किरायेदार के रूप में रहते हुए मोहम्मद इबनैन ने हिंदू युवती से दोस्ती कर ली। उसने अपने झाँसे में लेते हुए उससे प्यार होने की बात कही। कुछ समय के बाद वह लड़की को शादी का झाँसा दिया और उसे लेकर सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर ले गया। साल 2019 में दोनों ने भागकर एक स्थानीय मंदिर में शादी कर ली।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विवाह के एक साल बाद प्रीति को पता चला कि आर्यन का असली नाम मोहम्मद इबनैन है। उसकी अम्मी का नाम मरियम खातून और अब्बू का नाम अबू रब है। मरियम खातून रसूलपुर पंचायत की मुखिया भी रह चुकी है। लड़की का कहना है कि उस समय दोनों दिल्ली में रह रहे थे।
उस समय कोरोना के कारण लॉकडाउन देश भर में लॉकडाउन लग चुका था। लॉकडाउन के कारण उसे वहाँ से निकलने का कोई रास्ता नहीं था। इसके बाद उसने इबनैन पर स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत विवाह के लिए दबाव डाला। दोनों ने स्पेशल मैरेज एक्ट के तहत शादी कर ली। इस दौरान वह अपने परिवार का भरण-पोषण करती रही।
इतना ही नहीं, वह मेहनत-मजदूरी के साथ-साथ मोहम्मद इबनैन की पढ़ाई का खर्च भी उठाती रही। युवती का आरोप है कि जब उसके शौहर इबनैन की नौकरी लग गई तो उसका व्यवहार बदल गया। इबनैन और उसके घरवालों ने उस हिंदू युवती को अपने घर से निकाल दिया है। इबनैन ने 1 जुलाई को एक दूसरी मुस्लिम लड़की से निकाह भी कर लिया।
अब यह युवती ने इंसाफ की गुहार लगाई है। वहीं, उसके घरवाले भी उसे अपनाने को तैयार नहीं हैं। युवती ने महिला थाने में जाकर अपनी शिकायत दी है। युवती ने एसएसपी ऑफिस जाकर अधिकारी से मुलाकात भी की और न्याय की माँग की है।