Tuesday, September 17, 2024
Homeदेश-समाजमहिलाओं का नहाते हुए छिपकर वीडियो बनाते थे नसीबुद्दीन और मुर्तजा, पॉर्न साइट पर...

महिलाओं का नहाते हुए छिपकर वीडियो बनाते थे नसीबुद्दीन और मुर्तजा, पॉर्न साइट पर डालकर कमाते थे पैसे: असम पुलिस ने दबोचा, फोन में मिले कई अश्लील क्लिप

नसीबुद्दीन और मुर्तजा हसन महिलाओं को नहाते, कपड़े बदलते और अन्य आपत्तिजनक स्थितियों में रिकॉर्ड करते थे और उन वीडियो को विभिन्न पोर्न साइट्स पर अपलोड करते थे।

असम पुलिस ने नागाँव में अपने घर में नहा रही एक महिला का वीडियो बनाने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान नसीबुद्दीन और मुर्तजा हसन के रूप में हुई है।

पीड़िता ने जब देखा कि कोई व्यक्ति वेंटिलेशन के ज़रिए उसका वीडियो बनाने की कोशिश कर रहा है तो उसने शोर मचा दिया। उसकी चीखें सुनकर पीड़िता के परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों ने आरोपित को पकड़ लिया और उनकी जमकर धुनाई की। इसके बाद दोनों को पुलिस को हवाले कर दिया गया। पुलिस ने उनके मोबाइल फोन जब्त किए और खुलासा किया कि वे अश्लील वीडियो को पोर्न वेबसाइट पर अपलोड करके पैसे कमाते थे।

रिपोर्ट के मुताबिक, ये वारदात नागाँव के खुटीकोटिया इलाके की है, जो हैबरगाँव पुलिस चौकी इलाके में आता है। सूत्रों के मुताबिक, रविवार (14 जुलाई) को महिला ने देखा कि कोई उसका वीडियो बनाने की कोशिश कर रहा है। जब वह नहा रही थी, तो आरोपित वेंटिलेशन के ज़रिए मोबाइल फोन कैमरा इस्तेमाल कर रहे थे। इसके बाद उसने शोर मचाया जिसके बाद उसके परिवार के सदस्य और पड़ोसी मौके पर पहुँच गए और उन्होंने आरोपितों की जमकर पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया।

पुलिस ने दोनों की पहचान नसीबुद्दीन और मुर्तजा हसन के रूप में की। पुलिस ने उनके मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए और जाँच के बाद पाया कि उनके फोन में कई आपत्तिजनक वीडियो हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपित नहाती हुई या अन्य आपत्तिजनक स्थिति में महिलाओं के अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करते थे और फिर इन वीडियो को पोर्न साइट्स पर अपलोड कर पैसे कमाते थे।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा , “हमें उनके फोन पर कई आपत्तिजनक क्लिप और वीडियो मिले हैं। वे महिलाओं को नहाते, कपड़े बदलते और अन्य आपत्तिजनक स्थितियों में रिकॉर्ड कर रहे थे। वे पैसे कमाने के लिए उन वीडियो को विभिन्न पोर्न साइट्स पर अपलोड करते थे। हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं।”

केरल में कॉन्ग्रेस नेता हुआ था गिरफ्तार

बता दें कि इसी साल मई महीने में केरल पुलिस ने कोल्लम के एक शौचालय में कैमरा लगाकर महिलाओं का वीडियो बनाने के आरोप में आशिक बदरुद्दीन नामक एक स्थानीय युवा कॉन्ग्रेस नेता को गिरफ्तार किया था। बदरुद्दीन थेनमाला में शौचालय संचालक के तौर पर काम कर रहा था और महिलाओं द्वारा वीडियो बनाने की शिकायत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपित आशिक बदरुद्दीन पुनालुर ब्लॉक में युवा कॉन्ग्रेस का महासचिव था।

उडुपी बाथरूम वीडियो मामला

इसी तरह की एक घटना बीते साल जुलाई महीने में कर्नाटक में हुई थी, जिसमें मार्च 2024 आपराधिक जाँच विभाग (सीआईडी) ने तीन मुस्लिम लड़कियों के खिलाफ चार्जशीट दयर किया, जो आठ महीने पहले कर्नाटक के उडुपी शहर में नेत्र ज्योति कॉलेज के शौचालय के अंदर अपने हिंदू सहपाठी की रिकॉर्डिंग करते हुए पकड़ी गई थीं।

21 जुलाई 2023 को कर्नाटक के एक संगठन ऑल कॉलेज स्टूडेंट पावर (ACSP) ने उडुपी जिले के पुलिस अधीक्षक को नेत्र ज्योति कॉलेज में हुए इस अपराध के बारे में लिखा, जहाँ मुस्लिम समुदाय की तीन छात्राओं ने चुपके से हिंदू छात्राओं का वीडियो बनाया और मोबाइल फोन पर शेयर किया। ACSP द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार, नेत्र ज्योति कॉलेज के छात्रों को 20 जुलाई को इस बारे में पता चला और उन्होंने इसका विरोध किया। इस पूरे मामले को वामपंथी इकोसिस्टम ने ‘डाउन प्ले‘ कर छिपाने की कोशिश की थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘हिंदुस्तान में रहना है तो, ख्वाजा-ख्वाजा कहना है’: गणेश पंडाल के आगे इस्लामी कट्टरपंथियों ने लगाए फिलीस्तीन जिंदाबाद के भी नारे, संदिग्ध को पुलिस...

UP के बलरामपुर में गणेश पंडाल के आगे मुस्लिम भीड़ ने फिलिस्तीन समर्थन के साथ लगाए हिंदुस्तान में रहना है तो ख्वाजा ख्वाजा कहना है जैसे नारे

शेख हसीना को हटाने की 2019 से ही चल रही थी साजिश, बांग्लादेश तख्तापलट में लगी थी कई अमेरिकी एजेंसियाँ: रिपोर्ट में दस्तावेजों के...

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने की योजना 2019 में ही बन गई थी। अमेरिका की अलग-अलग एजेंसियाँ इस काम में लगाई गईं थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -