उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में फल और सब्ज़ी बेचकर गुजारा करने वाले गरीब हिन्दुओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। यहाँ मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों पर कलावा पहने हिंदू ठेले वालों की पिटाई करने का आरोप लगा है। एक अन्य घटना में एक हिन्दू युवक की पिटाई भी की गई है। इसके साथ ही एक हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ भी की गई है।
बरेली पुलिस ने इस सभी मामलों में जाँच और अन्य जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है। इन दोनों घटनाओं के पीछे हमलावरों ने हिन्दू संगठनों द्वारा मुस्लिमों के बारावफात के जुलूस को रोकने से उठा गुस्सा बताया है। जुलूस उसी जगह रोका गया था, जहाँ इसी साल मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा नई परम्परा बताते हुए काँवड़ यात्रा रोकी गई थी।
पेंटर को बेरहमी से पीटा
पहला मामला बरेली जिले के थाना क्षेत्र बारादरी का है। यहाँ विशाल ने मंगलवार (17 सितंबर) को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने बताया कि मंगलवार को रंगाई-पुताई का काम करने वाले उनके बहनोई बाबूराम कहीं जा रहे थे। इसी दौरान मुनीर और शाहनवाज ने 15-20 लोगों के साथ मिलकर बाबूराम को रोक लिया। प्याज-लहसुन का ठेला लगाने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबूराम को देख कर भड़क उठा।
प्याज बेच रहे व्यक्ति ने बाकियों को उकसा कर कहा, “यही है जिसने हम लोगों के अंजुमनों को निकलने नहीं दिया था।” इतना सुनकर आसपास के लोग भड़क उठे। मुनीर, शाहनवाज ने अपने 15-20 साथियों के साथ मिलकर बाबूराम पर हमला बोल दिया और उन्हें लात-घूँसों से बेरहमी से पीटा। आसपास के लोग बीच-बचाव में जुटे तो आरोपित धमकी देते हुए वहाँ से भाग निकले।
जाते-जाते हमलावरों ने धमकी देते हुए कहा, “अगर दोबारा इधर दिखे तो जान से मार देंगे।” पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने हमलावरों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 191 (1), 115 (2), 352, 351 (2) और 351 (3) के तहत कार्रवाई की है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। पुसंवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। फ़िलहाल हालत शांतिपूर्ण है।
पलट दिया गया गरीब हिन्दू का ठेला
वहीं, बरेली जिले का दूसरा मामला भी बारादरी थाना क्षेत्र से ही है। यहाँ विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी हिमांशु पटेल ने अपने X हैंडल पर आरोप लगाया है कि मुस्लिम युवकों ने ठेला लगाने वाले एक गरीब हिन्दू को पीटकर भगा दिया है। हिमांशु के मुताबिक, एजाजनगर क्षेत्र में हाथ में कलावा देखकर एक हिंदू युवक को पीटा गया है। बरेली पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लेकर जाँच शुरू कर दी है।
प्रकरण के संबंध थाना बारादरी, बरेली पर सुसंगत धाराओं अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है। मौके पर शांति व्यवस्था पूर्णतः स्थापित है।
— Bareilly Police (@bareillypolice) September 18, 2024
ऑपइंडिया ने इस मामले की पड़ताल की तो पता चला कि मंगलवार (17 सितंबर) को मुकेश राठौड़ नाम के युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में मुकेश ने बताया है कि मंगलवार को उन्होंने साईं स्कूल के पास ठेला लगा रखा था। उसी दौरान गली के पास 40-50 की तादाद में आई भीड़ ने नारेबाजी करते हुए उस पर हमला कर दिया।
हमलावरों ने मुकेश के ठेले पर रखे तमाम सामान को उठाकर फेंक दिया। इसके साथ ही पीड़ित की पिटाई भी की। ऑपइंडिया के पास इससे संबंधित FIR की कॉपी मौजूद है। शिकायत में मुकेश ने बताया कि हमलावरों ने उनसे कहा, “अगर हमारा बारावफात का जुलूस निकलने दिया होता तो ये सब न होता।” जब लोगों की भीड़ जुटने लगी तो हमलावर वहाँ से भाग निकले।
मुकेश ने हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। इस तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 191 (2), 131, 324 (4), 324 (5), 115 (2), 351 (2), 351 (3) और 196 के तहत FIR दर्ज की है। आरोपितों की पहचान व तलाश के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़
इसी बरेली के बारादरी क्षेत्र में एक हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ भी की गई है। यहाँ के एरा रेडियोज इलाके में एक शिव मंदिर है। हिन्दू संगठन के लोगों का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात 20 से 25 की संख्या में उपद्रवी मंदिर के आसपास जमा हुए थे। वो यहाँ खुराफात कर रहे थे।
लोगों का कहना है कि उन्हीं उपद्रवियों ने मंदिर में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया है। गुंबद और अन्य धार्मिक प्रतीकों को तोड़कर उसे फिर से जोड़ने का प्रयास किया गया। अगली सुबह जब हिन्दुओं को इस हरकत की सूचना मिली तो आक्रोशित हो गए। उन्होंने एकजुट होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की।
प्रकरण के सम्बन्ध में थाना बारादरी, बरेली पर सुसंगत धाराओ में अभियोग पंजीकृत है। अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है।
— Bareilly Police (@bareillypolice) September 17, 2024
इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है। हिन्दू संगठनों ने ऐसी हरकतों को आए दिन की करतूत बताते हुए इस केस में पुलिस कार्रवाई को नजीर बनाने की माँग की है।
जहाँ रोकी गई थी काँवड़ यात्रा, वहीं रोका गया बारावफात का जुलूस
बताते चलें कि बरेली के बारादरी इलाके में रविवार (15 सितंबर) को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बारावफात का जुलूस निकाला था। यह जुलूस उस मार्ग से गुजर रहा था, जहाँ इसी साल हिन्दुओं की काँवड़ यात्रा को मुस्लिम समुदाय ने नई परम्परा बताते हुए रोक दिया था। आखिरकार लंबी नोक-झोंक के बाद प्रशासन ने उस मार्ग पर यात्रा की अनुमति नहीं दी और बारावफात जुलूस का रुट बदल दिया।