उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्थित एक प्रतिष्ठित सरकारी पुस्तकालय के एक मुस्लिम कर्मचारी आसिफ हसन पर आरोप लगे हैं कि वह इस्लामी साहित्य के माध्यम से हिंदू छात्राओं का ब्रेनवॉश करता है और उन्हें मुस्लिम लड़कों से दोस्ती करने के लिए उकसाता है। यह घटना शहर में चर्चा का विषय बन गई है, और इसे लेकर छात्र-छात्राओं एवं उनके परिजनों में गहरी नाराजगी है। इस मामले में जिलाधिकारी के आदेशानुसार जाँच शुरू कर दी गई है।
छात्राओं को इस्लामी लिटरेचर पढ़ने के लिए प्रेरित करने का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, पुस्तकालय में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारी आसिफ हसन पर आरोप है कि वह विशेष रूप से हिंदू छात्राओं को इस्लामी साहित्य का अध्ययन करने के लिए प्रेरित करता है। शिकायतकर्ता छात्रों के मुताबिक, आसिफ हसन की विचारधारा इस्लामिक कट्टरपंथ से प्रभावित है। इस कारण से वह पुस्तकालय के भीतर विभिन्न तरीकों से हिंदू छात्राओं को मुस्लिम लड़कों के संपर्क में आने के लिए प्रेरित करता है।
पुस्तकालय के भीतर और बाहर ‘सुरक्षित’ स्थान देने का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कर्मचारी न केवल हिंदू छात्राओं को मुस्लिम छात्रों के साथ बैठने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि उन्हें पुस्तकालय के अंदर और बाहर ‘सुरक्षित’ स्थान भी उपलब्ध कराता है, जहां वे बिना किसी झिझक के बैठ सकें। इससे पुस्तकालय में छात्राओं और अन्य छात्रों के बीच हंगामा भी हुआ, जिसके बाद कुछ छात्रों ने गोपनीय रूप से जिला प्रशासन से शिकायत दर्ज करवाई।
जिलाधिकारी ने दिए जाँच के आदेश
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज सिंह ने तत्काल प्रभाव से इस आरोप की जाँच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मुरादाबाद के एसएसपी और जेडी एजुकेशन को निर्देश दिया कि पुस्तकालय में किसी भी प्रकार की असामान्य गतिविधियों की जाँच कर ठोस कार्रवाई की जाए। अधिकारियों का कहना है कि मामले को लेकर प्राथमिक जाँच चल रही है और दोष सिद्ध होने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
छह माह पहले भी उठा था मामला
छह माह पहले भी छात्रों ने इसी कर्मचारी के खिलाफ जिला प्रशासन से शिकायत की थी। इसके बाद उक्त कर्मचारी ने लंबी छुट्टी ले ली थी और पुस्तकालय में एक महिला कर्मचारी की तैनाती की गई थी। अधिकारियों का मानना है कि महिला कर्मचारी की मौजूदगी से ऐसी गतिविधियों पर कुछ हद तक रोक लगी थी, लेकिन हाल के आरोपों ने फिर से इस मामले को गर्म कर दिया है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि इस मामले की जाँच जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपी गई है, साथ ही वरीय अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है। जेडी माध्यमिक शिक्षा के अधिकारी मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर उनकी बात सुनी जा रही है, और सभी तथ्यों की जाँच की जा रही है। जल्द ही जाँच रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसके आधार पर सख्त कदम उठाए जाएँगे।