आध्यात्मिक गुरु स्वामी नित्यानंद के खिलाफ लगे दो लड़कियों को अगवा करने और गायब कर देने के आरोप में नया मोड़ आया है। जिन दो बहनों के अपहरण और उन्हें जबरन आश्रम में रखने का आरोप स्वामी नित्यानंद पर है, उनमें से एक ने आगे आकर एक वीडियो मैसेज में नित्यानंद को क्लीन चिट दी है और अपने पिता पर ही उनके खिलाफ साज़िश करने का आरोप लगाया है।
Surprisingly enough, TOI has published the other side of the story: how Janardhan Sharma was caught in embezzlement & asked his own daughter to file a fake rape case against Swami #Nithyananda.https://t.co/hSo7fNz8aP
— Arti Agarwal (@parantapah) November 29, 2019
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक सामने आने वाली लड़की ‘गायब’ बताई जा रहीं दोनों बहनों में बड़ी है। 21 वर्षीया लड़की ने बताया है कि उसने अपने पिता द्वारा नित्यानंद आश्रम में की जा रही आर्थिक अनियमिताओं का खुलासा कर दिया था। इसके बाद से उसके पिता, जो तमिलनाडु के निवासी इस रिपोर्ट में बताए गए हैं, ने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था कि वह आश्रम छोड़ दे और अपने पिता के साथ मिलकर नित्यानंद के साथ साज़िश करे।
“नित्यानंद आश्रम से ग्रैजुएशन करने के बाद मुझे (आश्रम) प्रशासन में काम दे दिया गया। मैंने उस दौरान यह पाया कि जहाँ कहीं मेरे पिता शामिल थे, वहाँ कई सारे सामानों और चीज़ों की खरीददारी में गड़बड़ी थी।” गौरतलब है कि इन दोनों के पिता ने नित्यानंद पर आरोप लगाया था कि उन्होंने दोनों बहनों को जबरन अपने आश्रम में कैद कर के रखा था।
अपने पिता पर गंभीर आरोपों की लम्बी फेहरिस्त जारी रखते हुए उसने यह भी कहा कि वे अपने सहयोगियों को टेंडर जारी होने के पहले से तय राशि बता देते थे और उनके सहयोगी उससे सस्ते दाम लगाकर टेंडर पा लेते थे। इसके बाद चाहे वे जैसी भी गुणवत्ता का सामान दें, आश्रम खरीद लेता था। इसके अलावा कथित तौर पर लड़की के पिता ने एक बिल्डिंग बनाने में भी ₹12 करोड़ का घोटाला घटिया क्वालिटी के सामान के इस्तेमाल से किया था। यही नहीं, उसने अपने पिता पर इन अनियमितताओं के बदले एक टैबलेट कम्प्यूटर रिश्वत में पाने का आरोप भी लगाया है।
“मुझे यह जानकार बहुत आश्चर्य हुआ कि मेरे पिता मनी-लॉन्ड्रिंग में भी शामिल थे, बावजूद इसके कि स्वामीजी हमारे 6 सदस्यों के परिवार की आर्थिक सहायता करते थे।” उसने यह भी कहा कि उसके पिता ने पहले उसी पर दबाव डाला कि वह स्वामी नित्यानंद के खिलाफ बलात्कार का नकली आरोप लगाए, लेकिन उसने मना कर दिया। उसके बाद ही पिता ने खुद नित्यानंद पर आरोप लगाए।