नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध में आयोजित राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बिहार बंद के नाम पर शनिवार (दिसंबर 21, 2019) को ‘हिंदुओं के साथ खिलवाड़ किया गया।’ राज्य में कई जगहों भारी हिंसा हुई। सबसे बड़ी घटना पटना के फुलवारीशरीफ में हुई, जहाँ मुस्लिम भीड़ ने हनुमान मंदिर में घुसकर तोड़-फोड़ की।
इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भीड़ द्वारा हनुमान मंदिर को तोड़ दिया गया। इस वीडियो में उपद्रवियों की भीड़ को मंदिर में प्रवेश करते हुए और मूर्ति को तोड़ते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में मौजूद शख्स बोलते हुए सुना जा सकता है, “हिंदुओं के साथ खिलवाड़ किया गया है। वो लोग हमारे मंदिर में घुसकर मूर्तियों को तोड़ रहे हैं।”
“When all the idols will be removed…only Allah’s name will remain” – Faiz Ahmad Faiz
— The Lazy Lawyer (@BBTheorist) December 23, 2019
In other news, a #HanumanMandir was desecrated in Patna, Bihar by Muslims protesting against #CAA yesterday. pic.twitter.com/jZKgMDrEbo
बंद के दौरान चेहरे पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का मुखौटा लगाए राजद कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडों से ऑटोरिक्शा में तोड़फोड़ की। बताया जा रहा है कि बंद के समर्थन में निकला जुलूस टमटम पड़ाव के पास धार्मिक स्थल से गुजर रहा था। इस जुलूस में उपद्रवी और असामाजिक तत्व भी मौजूद थे। सभी टमटम पड़ाव पर पहुँचने के बाद संगतपर मोहल्ले से आगे बढ़ने पर अड़ गए।
लेकिन संगतपर निवासियों ने जुलूस का रास्ता रोक लिया था। पुलिस ने भी उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद विवाद बढ़ गया और जुलूस में शामिल उपद्रवियों ने धार्मिक स्थल में तोड-फ़ोड़ करनी शुरू कर दी और फिर आगजनी भी की। इससे विवाद ने और विकराल रूप ले लिया। दोनों गुटों के बीच जमकर पत्थरबाजी और फायरिंग हुई।
In Patna,Phulwari Sharif one Hindu shot dead and temples vandalised by them.He was shot bcoz he protested for breaking the temple. pic.twitter.com/SY2CY8QoJU
— SATYAM SIDDHARTHA (@SATSIDD) December 22, 2019
फुलवारी शरीफ क्षेत्र का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें दो समूहों के बीच हुई भीड़ हिंसा को देखा जा सकता है।
शनिवार को पटना में हुई हिंसा में 25 लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि बंद के दौरान भड़के दंगे में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालाँकि ऑपइंडिया गोली मारकर हत्या करने के दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका। हिंसा में घायल हुए 2 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 11 लोगों को एम्स में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 6 को गोली लगी थी।