Monday, December 23, 2024
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भारत अद्भुत है, अफ्रीका को इससे सीखना चाहिए: नॉर्थ-ईस्ट का दौरा कर चकित हुए केविन पीटरसन

पीटरसन ने लिखा है कि वो जितना भी भारत भ्रमण करते हैं, जानवरों की देखभाल को लेकर यहॉं के लोगों के समर्पण से उतना ही अभिभूत हो जाते हैं। उन्होंने लिखा कि भारत को ऐसे लोगों पर गर्व होना चाहिए, जो निःस्वार्थ भाव से अपने काम में लगे हुए हैं।

इंग्लैंड के दिग्गज क्रिकेटर और स्विच हिट मारने के लिए विख्यात केविन पीटरसन भारत आकर अभिभूत नज़र आ रहे हैं। वो कई दिनों से ‘नेशनल जियोग्राफिक’ चैनल के लिए हो रहे एक डॉक्यूमेंट्री शूट के लिए भारत आए हुए हैं और उत्तर-पूर्व का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने ब्रह्मपुत्र नदी के तटवर्ती इलाक़ों से लेकर नॉथ-ईस्ट के जंगलों तक का भ्रमण किया और भारत के लोगों की ख़ूब प्रशंसा की। केविन पीटरसन ने माना है कि भारत के लोग जानवरों से काफ़ी प्यार करते हैं और उनकी ख़ूब देखभाल करते हैं।

पीटरसन ने एक कुत्ते के साथ फॉरेस्ट अधिकारियों की एक फोटो शेयर की। इनमें फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के जवान हथियारों के साथ दिख रहे हैं। उन्होंने कुत्ते के बारे में लिखा कि ये भले ही हिंसक हो लेकिन ये उतना ही अनुशासित और प्रभावशाली हैं। उन्होंने लिखा कि वो जितना भी भारत भ्रमण करते हैं, जानवरों की देखभाल को लेकर यहॉं के लोगों के समर्पण से उतना ही अभिभूत हो जाते हैं। उन्होंने लिखा कि भारत को ऐसे लोगों पर गर्व होना चाहिए, जो निःस्वार्थ भाव से अपने काम में लगे हुए हैं।

एक बात के लिए तो पीटरसन ने अफ्रीका को भी भारत से सीखने की सलाह दी। पीटरसन ने कहा कि भारत में गैंडों की जनसँख्या तेज़ी से बढ़ रही है और अफ्रीका को इस मामले में भारत से सीख लेकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी दुर्लभ प्रजातियों को बचाना हमारी जिम्मेदारी है और भारत में ये काम बखूबी किया जा रहा है।

केविन पीटरसन अपने भारत प्रवास के दौरान असम स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क भी पहुँचे। वहाँ पर गैंडों की संख्या को देखते हुए उन्होंने इसे ‘वन हॉर्न नेशन’ कहा। उन्होंने लिखा कि भारत अद्भुत है। पीटरसन ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में उन्हें इस देश ने काफ़ी कुछ दिया है। बकौल पीटरसन, भारत के सुदूर क्षेत्रों में घूमने का उन्हें मौका मिला है, जो उनकी यात्रा का सबसे रोचक भाग है। उन्होंने नॉर्थ-ईस्ट के दृश्यों को शानदार करार दिया।

केविन पीटरसन जो डॉक्यूमेंट्री शूट कर रहे हैं, उसमें बताया जाएगा कि कैसे आपदा आने पर ब्रह्मपुत्र के किनारे से जानवरों व लोगों को वहाँ से भागना पड़ता है। उन्होंने बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे हाथियों से उनकी मुलाक़ात होती रहती है और ये काफ़ी उपजाऊ इलाक़ा है। पीटरसन ने भारत की महिलाओं को प्रेरणादायी बताया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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