कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण बुधवार (मार्च 18, 2020) रात पंजाब के अटारी स्थित भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के रास्ते भारत आए 43 पाकिस्तानियों को क्वारंटाइन फैसिलिटी सेंटर में भेज दिया गया है। इन सभी की कोरोना वायरस (Covid-19) की जाँच की जाएगी। 43 में से 29 ऐसे हैं जो दुबई से लौटे हैं, जबकि 14 पाकिस्तान में पढ़ाई कर रहे हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इनमें से 29 लोग वो हैं जो दुबई क्रिकेट मैच देखने गए थे और बुधवार को अटारी वाघा बॉर्डर के रास्ते होकर भारत आए थे। उनके अलावा, पाकिस्तान में पढ़ने वाले चौदह भारतीय छात्र भी देश लौट आए हैं। सिविल सर्जन परीजीत कौर जोहाल ने कहा कि इन 43 में से 29 दुबई से लौटे हैं, जबकि 14 पाकिस्तान में पढ़ाई कर रहे हैं और इन सभी की मेडिकल रिपोर्ट्स राज्य सरकार को भेज दी गई है।
Punjab: 43 Indians who arrived last night through Attari-Wagah Border have been sent to quarantine facility in Amritsar. Parijeet Kaur Johal, Civil Surgeon says,”29 have travel history of Dubai&14 are students studying in Pakistan. Medical reports sent to state govt”.#Coronavirus pic.twitter.com/jdabKIdC1j
— ANI (@ANI) March 19, 2020
‘शिक्षा’ के उद्देश्य से पाकिस्तान गए भारतीय छात्रों ने किया सबको हैरान
इन्टरनेट यूजर्स को भारतीय छात्रों के पढ़ाई करने के उद्देश्य से पड़ोसी आतंकवाद के पोषक देश पाकिस्तान जाने की यह खबर सामने आने पर हैरानी हुई और उन्होंने अपना आश्चर्य भी व्यक्त किया।
@imbb_vhc नाम के एक ट्विटर यूजर ने आश्चर्य प्रकट करते हुए लिखा- “पाकिस्तान में पढ़ाई का आखिर क्या मतलब है? आखिर पाकिस्तान पढ़ाई करने कौन जाता है? और वो वहाँ पढ़ते क्या हैं?
What the hell is studying in Pakistan supposed to mean?
— Bored_biotechnologist (@imbb_vhc) March 19, 2020
Who even goes to Pakistan for studies? 🤷♂️
And what do they even study there? 🤦♂️🤔 pic.twitter.com/hBSdKIG1Ur
इसके जवाब में @sonali_mehta25 ने लिखा है- “शायद धार्मिक पढ़ाई या फिर छात्रों को मिलने वाले वीजा पर कुछ और गतिविधि, गृह मंत्रालय को इन छात्रों पर विचार करना चाहिए। स्लीपर आईएसआई सेल तो है न? बहुत सी सम्भावनाएँ हैं।”
May be religious study or some other activities on students visa. @HMOIndia should grill these students. Sleeper ISI Cell toh nahi Hai na? Many possibilities
— Sonali Mehta (@sonali_mehta25) March 19, 2020
कुछ अन्य ट्विटर यूजर्स ने भी तंज कसते हुए लिखा है कि पाकिस्तान क्या वो लोग भीख माँगने की क्लास लेने जा रहे थे या फिर बम फोड़ने में पीएचडी करने?
भारतीय छात्रों के शिक्षा के उद्देश्य से पाकिस्तान जाने की बात को लेकर ट्विटर पर हर कोई आश्चर्यचकित था। हालाँकि, कुछ ही समय में यह स्पष्ट हो गया कि पाकिस्तान से लौटे ये भारतीय छात्र कश्मीर से हैं। मार्च 16, 2020 की एक हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर से 15 छात्रों सहित लगभग 100 भारतीयों को अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से पाकिस्तान से भारत लौटने की अनुमति दी गई थी।
नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ कस्टम अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स के रिपोर्टर को बताया कि भारत-पाक सीमा पर विशेष स्क्रीनिंग प्रक्रिया से गुजरने के बाद पाकिस्तान में पढ़ रहे लगभग 15 कश्मीरी छात्र भी भारत लौट आए हैं।
उल्लेखनीय है कि सैकड़ों की तादाद में कश्मीरी छात्र पाकिस्तान में पढ़ते हैं। और चूँकि कोरोनो वायरस की महामारी के कारण मौजूदा समय में वहाँ के शैक्षणिक संस्थान बंद हो गए हैं, इसलिए उनमें से अधिकांश छात्र अब घर लौट रहे हैं। उससे पहले, लगभग 60 कश्मीरी छात्र वाघा सीमा पार कर पाकिस्तान से लौटे थे।