स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की घटनाएँ रुकती नहीं दिख रही। ताजा मामला कर्नाटक के मैसूर का है। यहॉं सुमय्या फिरदौस नामक आशा वर्कर पर हमला किया गया।
तीन युवकों को मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह देना उसे महँगा पड़ गया। युवकों ने फिरदौस की सलाह मानने की बजाए उस पर हमला कर दिया। युवकों की पहचान महबूब, खलील और जीशान के रूप में हुई है।
घटना के बाद महिला ने इस मामले में पुलिस थाने जाकर शिकायत दर्ज करवाई। उसने बताया कि सोमवार को हलीम नगर के मैसूर में कोरोना संदिग्धों की जाँच करने गई थी। मगर वहाँ उसके साथ बदसलूकी हुई। आशाकर्मी की शिकायत पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है।
An ASHA (Accredited Social Health Activist) worker from Mysuru, Sumayya Firdose said that she was threatened by 3 people when she asked them to maintain social distance&wear masks. “This is wrong, they cannot use foul language. We’re here to work”, she said. (21/04/20) #Karnataka pic.twitter.com/zUyDfpsbts
— ANI (@ANI) April 21, 2020
जानकारी के मुताबिक, सुमय्या फिरदौस नाम की आशाकर्मी बैनीमंतप सरकारी अस्पताल से जुड़े होने के कारण इलाके में जाँच के लिए गई थीं। जहाँ युवकों ने उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें धमकी भी दी। महिला के मुताबिक तीनों युवकों से सवाल पूछे जाने पर वे उसे गाली देने लगे। जान से मारने की धमकी दी। महिला के मुताबिक मामला बढ़ने पर उन्हें आसपास के लोगों ने बचाया।
Karnataka: Three booked for attacking and threatening to kill ASHA worker Sumayya Firdose for asking them to follow coronavirus guidelines https://t.co/C6YAhYnu2e
— OpIndia.com (@OpIndia_com) April 22, 2020
बता दें इस मामले के संज्ञान में आने के बाद जिला इंचार्ज मिनिस्टर एसटी सोमेश्वर ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में मैसूर आयुक्त से बात की है। आरोपितों के ख़िलाफ़ एफआईआर भी दर्ज हो गई है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बेंगलुरु के पदरायनपुरा इलाके में पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों पर हमला हुआ था। इस संबंध में पुलिस ने 110 लोगों से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले सादिक नगर इलाके में भी आशाकर्मियों पर हमले की खबर सामने आ चुकी है।
पुलिस और मेडिकल टीम पर हमले की हाल में कई घटनाएँ सामने आई है। बिहार के दरभंगा, हरियाणा के पंचकुला, बेंगलुरु के पदरायनपुर जैसे कई इलाकों से ऐसे मामले आए हैं। बेंगलुरु में हुए हमले की यदि बात करें तो यहाँ जिस भीड़ ने स्वास्थ्यकर्मियों पर बेरहमी से हमला किया उसे फिरोजा नाम की महिला ने उकसाया था।