झारखंड के जमशेदपुर में दुकान पर विश्व हिंदू परिषद और ‘हिंदू फल की दुकान’ पोस्टर लगाने वाले विक्रेताओं पर कोई केस दर्ज नहीं होगा। यह जानकारी ट्वीट कर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दी है। पुलिस कार्रवाई के बाद पूर्व सीएम पीड़ित फल विक्रेताओं की दुकान पहुॅंचे थे।
आज पीड़ित फल विक्रेताओं से #Social_Distancing का पालन करते हुए मिला। उन्हें हरसंभव मदद के लिए आश्वस्त किया। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से बात हुई। फल विक्रेताओं पर कोई केस दर्ज नहीं होगा।@BJP4India @BJP4Jharkhand @BJPLive#JharkhandDiscriminates#Hinduphobia_in_Jharkhand pic.twitter.com/sbdUaMPgT6
— Raghubar Das (@dasraghubar) April 26, 2020
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “आज पीड़ित फल विक्रेताओं से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मिला। उन्हें हरसंभव मदद के लिए आश्वस्त किया। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से बात हुई। फल विक्रेताओं पर कोई केस दर्ज नहीं होगा।”
अति सराहनीय पहल👍👍👍
— Ritesh Kashyap (@meriteshkashyap) April 26, 2020
थोड़े समय के बाद ही सही मगर झारखंड के लोगों को अफसोस जरूर होगा कि उन लोगों ने क्या खोया है।
पूर्व सीएम की इस पहल को सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी सराहा है। साथ ही कहा है कि थोड़े समय के बाद ही सही, लेकिन झारखंड के लोगों को अफसोस जरूर होगा कि उन्होंने क्या खोया है।
धन्यवाद सर और साथ में उनको पोस्टर लगाने का भी हक है ऐसा भी आप प्रशाशन से मांग करे क्यूंकि तत्कालीन झारखंड सरकार तुष्टिकरण कि राजनीति कर रही है।
— नितेश राजपूत (@Er_Nitesh_Kumar) April 26, 2020
एक यूजर ने लिखा, “धन्यवाद सर। उनको पोस्टर लगाने का भी हक है। यह माँग भी आप प्रप्रशासन से करें, क्योंकि मौजूदा झारखंड सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।”
झारखंड में तालीबानी राज आ चुका है अब जजिया कर देना बाकी रह गया है हिंदूओं को। भाजपा सरकार का हारना क्या होता है अब झारखंड के हिंदूओं को समझ आ रहा होगा…
— अभिषेक दुबे 🚩🚩 (@AgamPurush) April 26, 2020
एक अन्य यूजर ने लिखा, “झारखंड में तालिबानी राज आ चुका है। अब जजिया कर देना बाकी रह गया है हिंदूओं को। भाजपा सरकार का हारना क्या होता है, अब झारखंड के हिंदुओं को समझ आ रहा होगा।”
इन्हें कहते हैं गरीब जनता के सच्चे साथी जिन्होंने इस मामले पर तुरंत उस गरीब फल विक्रेता भाइयों से मिलकर उन्हें कहा कि वे इस तुगलकी फरमान कार्रवाई के खिलाफ उनके साथ खड़े हैं
— kumar Abhishek (@KumarAbhiBJYM) April 26, 2020
रघुवर दास जिंदाबाद
कुमार अभिषेक नाम के एक यूजर ने रघुवर दास का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा कि इसे कहते हैं गरीब जनता का का सच्चे साथी। मामला सामने आते ही फल विक्रेताओं से मिलकर इस तुगलकी कार्रवाई के खिलाफ उनका समर्थन किया।
सही मायने में इसको कहते हैं जनता की सरकार। मुझे तो ताज्जुब इस बात की है कि @roysaryu जी अभी तक उस फल वाले से मिलने क्यों नहीं गए, आखिर आपने तो वहां से जीत दर्ज की थी यह आपकी जिम्मेदारी है वहां की जनता की परवाह करना।
— Vikash Singh Rajput. (@vikashfiat) April 26, 2020
एक यूजर ने लिखा, “सही मायने में इसको कहते हैं जनता की सरकार। मुझे तो ताज्जुब है कि सरयू राय अभी तक उस फल वाले से मिलने क्यों नहीं गए।”
गौरतलब है कि इससे पहले रघुवर दास ने कहा था कि अगर व्यापारियों पर किया गया केस तत्काल वापस नहीं लिया गया तो भाजपा बड़ा आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति के कारण आजीविका चला रहे छोटे-छोटे व्यापारियों को तंग करना बंद करे।
किस कानून के तहत पोस्टर हटाया गया? झारखंड में हिन्दू धर्म का पालन अपराध है? झारखंड सरकार ‘हलाल सर्टीफाइड मार्क’ कब हटा रही वस्तुओं व दुकानों से? एक सम्प्रदाय विशेष के तुषटिकरण की पराकाष्ठा है। मौलिक अधिकारों का हनन है। @JharkhandCMO @DCEastSinghbhum @jsr_police @BJP4Jharkhand https://t.co/Q1pkZgcmCM
— CP Singh (@bjpcpsingh) April 25, 2020
झारखंड के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता सीपी सिंह ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि किस कानून के तहत पोस्टर हटाया गया? झारखंड में हिन्दू धर्म का पालन अपराध है? झारखंड सरकार ‘हलाल सर्टिफाइड मार्क’ कब हटा रही वस्तुओं व दुकानों से? एक सम्प्रदाय विशेष के तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है। मौलिक अधिकारों का हनन है।
विहिप के प्रवक्ता ने भी एक के बाद एक ट्वीट कर अपनी बात रखी थी। उन्होंने पूछा था कि क्या भारत मे हिंदू होना अपराध है? या विहिप बजरंग दल व भगवा से जुड़ना अपराध है? उनका सवाल था कि क्या जिन मीट की दुकानों, बूचड़खानों या पैकेटों पर हलाल शब्द लिखे होंगे, उन सभी साम्प्रदायिक व धार्मिक विद्वेष फैलाने वाली शब्दावली को भी ये सरकारें बंद करेंगीं? यह बड़ा मामला है क्योंकि सिर्फ़ बैनर नहीं हटाया गया है। भगवान श्रीराम व भगवान शिव की तस्वीर भी हटाई गई है।