Sunday, September 8, 2024
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2022 तक हर भारतीय के सिर पर होगा छत: UN संबोधन में PM मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पर भी की बात

"आज, अपने घरेलू प्रयासों के माध्यम से, हम सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं और एजेंडा 2030 में अपना योगदान दे रहे हैं।"

संयुक्त राष्ट्र (United Nation) की 75वीं सालगिरह की पूर्व संध्‍या पर न्‍यूयॉर्क में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (जुलाई 17, 2020) संयुक्त राष्ट्र को संबोधित किया। यूएन सुरक्षा परिषद का भारत के अस्थायी सदस्य चुने जाने के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन है। इससे पहले वह साल 2019 के सितंबर में भी यूएन महासभा को संबोधित कर चुके हैं।

इस संबोधन में पीएम ने बताया कि भारत द्वितीय विश्व युद्ध के तुरंत बाद संयुक्त राष्ट्र के 50 संस्थापक सदस्यों में से एक था। उसके बाद से आज तक काफी बदलाव आए हैं। आज संयुक्त राष्ट्र 193 सदस्य देशों को साथ लाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यों और  संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) का सक्रिय समर्थन शुरुआत से ही किया है। ECOSOC के पहले अध्यक्ष एक भारतीय ही थे। ECOSOC के एजेंडा को आकार देने में भारत ने भी योगदान दिया।

पीएम मोदी ने इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए सतत विकास लक्ष्यों पर बात की। उन्होंने कहा, “आज, अपने घरेलू प्रयासों के माध्यम से, हम सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं और एजेंडा 2030 में अपना योगदान दे रहे हैं।” उन्होंने बताया कि हमारा सिद्धांत सबका साथ और सबका विश्वास है।

पीएम ने कहा कि चाहे भूकंप, चक्रवात, इबोला संकट या कोई अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित संकट हो, भारत ने तेजी और एकजुटता के साथ जवाब दिया है। कोरोना के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों में चिकित्सा और अन्य सहायता उपलब्ध करवाई है।

उन्होंने पिछले साल महात्मा गाँधी 150 वीं जयंती का उल्लेख करते हुए कहा, “हमारे 600,000 गाँवों में पूर्ण स्वच्छता प्राप्त करके हमने पिछले साल राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती मनाई। जब भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपने 75 साल पूरे करेगा तब हमारा ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ कार्यक्रम 2022 तक प्रत्येक भारतीय के सिर पर एक सुरक्षित छत सुनिश्चित करेगा।” उन्होंने बताया कि हम महिलाओं को सशक्त करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।

विश्व शांति को लेकर संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर पीएम ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मूल रूप से द्वितीय विश्व युद्ध के उपद्रवों से पैदा हुआ था। आज महामारी के प्रकोप ने इसके पुनर्जन्म और सुधार के नए अवसर प्रदान किए हैं। आइए हम यह मौका न गँवाएँ।

कोरोना के बारे में भारत की स्थिति बताते हुए पीएम ने कहा भारत ने आपदाओं का मुकाबला तेजी और मजबूती से किया। अब इस समय भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे बेहतर है। उन्होंने बताया कि भारत ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता को जोड़ा और अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक पर लाने के लिए पैकेज लाए। पीएम ने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत अभियान पर भी बात की और अपने संबोधन के अंत में पीएम ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों में पूरे समर्थन के साथ अपना सहयोग जारी रखेगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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