मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 22 दिसंबर 2024 को उस्मानिया यूनिवर्सिटी की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के लोगों ने जुबली हिल्स में जबरन घुसने की कोशिश की थी। उनकी माँग थी कि उस महिला के परिजनों को 1 करोड़ रुपए दिए जाएँ जिनकी मौत भगदड़ के दौरान हुई थी।
पुलिस ने सही समय पर आकर इन्हें गिरफ्तार किया और 6 लोगों को जज के सामने पेश किया। कोर्ट ने 10-10 हजार रुपए तथा दो जमानती पेश होने के बाद सबको छोड़ दिया गया। इस बेल के बाद ही बीआरएस नेता कृष्णक सामने आए। उन्होंने दावा किया श्रीनिवास 2019 के जिला परिषद प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र (जेडटीपीसी) चुनावों में रेवंत रेड्डी और कोडंगल कॉन्ग्रेस उम्मीदवार के ‘करीबी सहयोगी’ थे।
बीआरएस नेता कृषांक ने कुछ तस्वीरें पोस्ट की, जिनमें अल्लू अर्जुन के घर तोड़फोड़ करने वाला एक आरोपित मुख्यमंत्री के साथ पोज देते हुए दिखाई दे रहे था। उन्होंने कहा, “ओयूजेएसी को साल 2009 में महान तेलंगाना के लिए शुरू किया गया था। उसे हिंसा और ब्लैकमेल के लिए इसका इस्तेमाल करना घृणित है। अल्लू अर्जुन के आवास पर हमला करने वाले रेड्डी श्रीनिवास उस्मानिया विश्वविद्यालय के छात्र नेता नहीं हैं। वह रेवंत के करीबी सहयोगी और 2019 जेडपीटीसी चुनाव में कोडंगल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।”
बता दें कि अल्लू अर्जुन रविवार को अपने घर हुए हमले के बाद परिवार को लेकर चिंतित हैं। वह अपने बच्चों के साथ सुरक्षित जगह चले गए हैं। उन्होंने अपने बच्चों को अपने पिता के घर भेज दिया है। तस्वीर सामने आई है जिसमें वह लोग गाड़ी में है और काफी चिंतित हैं। उनके बच्चे भी हैरान-परेशान होकर डरे बैठे हैं। इस घटना पर अल्लू अर्जुन के पिता ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उनके घर पर जो कुछ हुआ, उसे सभी ने देखा है। लेकिन अब समय आ गया है कि वह लोग उसके अनुसार काम करें।