भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आज (सितंबर 9, 2020) भाजपा को चेतावनी दी है कि वह पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के ख़िलाफ़ एक्शन लें। इससे पहले उन्होंने मालवीय पर आरोप लगाया था कि मालवीय उनके खिलाफ़ अभियान चला रहे हैं।
ट्विटर पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को आखिरी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर अमित मालवीय को भाजपा आईटी सेल से नहीं हटाया जाता है तो उन्हें खुद का बचाव करना पड़ेगा।
उन्होंने लिखा, “अगर कल तक अमित मालवीय को भाजपा आईटी सेल से नहीं हटाया गया, तो इसका मतलब पार्टी मुझे डिफेंड नहीं करना चाहती है। अगर पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है जहाँ मैं अपनी राय रख सकूँ तो मुझे ही खुद को डिफेंड करना होगा।“
भाजपा नेता स्वामी ने महाभारत के ‘शांति प्रस्ताव’ वाली घटना का हवाला देते हुए कहा कि उनका प्रस्ताव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए ‘पाँच ग्राम के समझौता’ प्रस्ताव के अलावा कुछ नहीं था क्योंकि उन्होंने सिर्फ़ मालवीय को बर्खास्त करने की माँग की।
By tomorrow If Malaviya is not removed from BJP IT cell (which is my five villages compromise proposal to Nadda) it means the party brass does not want to defend me. Since there is no forum in the party where I can ask for cadre opinion, hence I will have to defend myself.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 9, 2020
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को मालवीय पर फर्जी ट्विट्स का इस्तेमाल करके उनके ख़िलाफ़ अभियान चलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने लिखा, “भाजपा आईटी सेल दुष्ट हो गया है। इसके कुछ सदस्य मुझ पर निजी हमले करने के लिए फर्जी आईडी से ट्वीट कर रहे हैं। यदि मेरे नाराज फॉलोवर्स काउंटर हमले करते हैं तो मुझे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है जैसे कि भाजपा को पार्टी के दुष्ट आईटी सेल के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।”
The BJP IT cell has gone rogue. Some of its members are putting out fake ID tweets to make personal attacks on me. If my angered followers make counter personal attacks I cannot be held resonsible just as BJP cannot be held respinsible for the rogue IT cell of the party
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 7, 2020
बता दें, भाजपा नेता का है यह बयान उस समय आया जब सोशल मीडिया पर उनकी कुछ वीडियोज वायरल होना शुरू हुईं। इन वीडियोज में वह राम मंदिर न बनने के कारण नरेंद्र मोदी सरकार के ख़िलाफ़ बोल रहे थे। इनमें से कुछ वीडियोज और मीम्स में स्वामी को ‘चीनी एजेंट’ भी कहा गया।