उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित मलिहाबाद में एक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। इसके बाद हुए उपद्रव को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसपी ग्रामीण आदित्य लंगेह को हटा दिया है। उनकी जगह सीबीसीआईडी के एसपी हृदयेश कुमार को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। मलिहाबाद में रामविलास नामक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से ही वहाँ तनाव व्याप्त है।
मलिहाबाद कोतवाली के इंस्पेक्टर सियाराम को भी निलंबित कर दिया गया है। साथ ही नामजद आरोपितों पर NSA के तहत कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। मलिहाबाद के सीओ को पूरे मामले की जाँच सौंपी गई है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर आरोपितों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। साथ ही मृतक रामविलास रावत की पत्नी सुमन के बैंक अकाउंट में बतौर मुआवजा 5 लाख रुपए की राहत राशि डाली गई।
प्रशासन ने ग्रामीण आवास योजना के तहत पीड़ित परिवार को घर देने की भी बात कही है। मृतक की पत्नी सुमन को विधवा पेंशन और मृतक के पिता को वृद्धावस्था पेंशन दिया जाएगा। मलिहाबाद में तनाव को देखते हुए पुलिस-बल की भी तैनाती की गई है। इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य की तलाश जारी है। इसके लिए तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं, जो छापेमारी कर रही हैं।
ये घटना गुरुवार (सितम्बर 10, 2020) की है, जब दिलावरपुर गाँव निवासी पंचम रावत के बेटे 32 वर्षीय रामविलास रावत की बाइक टक्कर में हुए विवाद के दौरान हत्या कर दी गई थी। परिवार वालों ने हत्या के इस मामले में नामजद आरोपितों के रूप में गाँव के ही रहने वाले गुलाम अली, मुस्तकीम, मुकीद, शानू और गुड्डू का नाम दर्ज कराया था। आरोप है कि इन लोगों पुरानी रंजिश के कारण रामविलास पर बाइक चढ़ाई और फिर मार डाला।
मलिहाबाद में हुई युवक की मौत ने पकड़ा तूल, परिजनों से जमकर काटा हंगामा…@LkoCp @Splucknow_rural pic.twitter.com/JfUiKUKeJa
— Samriddhi News (@SamriddhiNews) September 12, 2020
इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने 2 दिनों तक पुलिस के रवैये को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पुलिस इस मामले को सड़क हादसा बता कर कार्रवाई करने से बच रही है। पथराव और आगजनी की घटनाओं के बाद पुलिस को फायरिंग भी करनी पड़ी थी। आईजी लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर ग्रामीणों को शांत कराया। मुफीद, गुलाम और मुस्तकीम गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
मलिहाबाद के दिलावरनगर में प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ताँता लगा हुआ है। बावजूद इसके ग्रामीणों में पुलिस के रवैये को लेकर आक्रोश बना हुआ था। उनका कहना है कि 1 दिन पहले तक पुलिस-प्रशासन की टीम उन्हें ही गलत ठहरा रही थी। उनका पूछना है कि बिना जाँच के ही इसे सड़क हादसा कैसे बताया गया? मृतक के परिवार में पत्नी सुमन के अलावा बेटी मानसी, बेटा आयुष व 1 वर्ष के दो जुड़वा बच्चे आरुषि और रिषभ हैं।