लोकसभा चुनाव 2019 तारीख के नजदीक आते ही चुनावी तपिश और तेज हो गई है और इसके साथ ही नेताओं की बिरादरी इस चुनावी महासमर में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर वो कदम उठा रही है, जिससे मतदाताओं को लुभाया जा सके। इसको लेकर नेताओं की जुबानी तल्खियाँ भी बढ़ती जा रही हैं। ‘भारिप बहुजन महासंघ’ (बीबीएम) पार्टी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेदकर विपक्षी नेताओं पर तो वार करते ही रहते हैं, मगर इस बार उन्होंने अपने संबोधन में चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को भी नहीं छोड़ा।
संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेदकर के पोते प्रकाश अंबेदकर ने यवतमाल में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वो सत्ता में आते हैं तो चुनाव आयोग को कम से कम दो दिन के लिए जेल भेजेंगे। उन्होंने चुनाव आयोग का हवाला देते हुए कहा कि वो कहते हैं पुलवामा पर बात नहीं करनी चाहिए। लेकिन वो इस मुद्दे पर बात करेंगे, हमें इसके लिए संविधान ने अधिकार दिया है। प्रकाश अंबेदकर के इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने प्रतिनिधि कार्यालय से इस संबंध में रिपोर्ट माँगी है। स्थानीय जिला निर्वाचन अधिकारी से इस संबंध में जल्द रिपोर्ट करने को कहा है। प्रकाश अंबेदकर के खिलाफ आईपीसी की धारा 503, 506 और 189 के तहत आपराधिक धमकी और एक लोक सेवक को धमकाने की वजह से मामला दर्ज किया गया है।
FIR registered against Prakash Ambedkar, Vanchit Bahujan Aaghadi (VBA) leader by EC over his statement “…Let our govt come to power, we will not spare the EC. We will keep them in jail for 2 days. The Commission is no more neutral. It is functioning as a BJP aide.” (file pic) pic.twitter.com/bWo19M9kCL
— ANI (@ANI) 4 April 2019
हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब प्रकाश अंबेदकर ने इस तरह का विवादित बयान दिया है। अंबेदकर ने पिछले साल अक्टूबर में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत पर हमला करते हुए दावा किया था कि उनके पास अवैध हथियार हैं और शस्त्र अधिनियम के तहत उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। बता दें कि, प्रकाश आंबेडकर ‘वंचित बहुजन आघाडी’ (वीबीए) की टिकट पर महाराष्ट्र की सोलापुर और अकोला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। ‘वंचित बहुजन आघाडी’ (वीबीए), अंबेदकर के नेतृत्व वाले ‘भारिप बहुजन महासंघ’ और असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी ‘एआईएमआईएम’ का गठबंधन है।
गौरतलब है कि दलित नेता प्रकाश अंबेदकर ने कहा था कि उनका राजनीतिक मोर्चा महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा। उनके इस ऐलान से राज्य में कॉन्ग्रेस और राकांपा के भाजपा के खिलाफ ‘महागठबंधन’ बनाने की कोशिशों को झटका लगा था। अंबेदकर ने कहा कि भाजपा विरोधी गठबंधन में शामिल होने के लिए कॉन्ग्रेस के साथ कोई बातचीत नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “कॉन्ग्रेस के साथ गठबंधन बनाने के लिए कई प्रस्ताव सामने आए, लेकिन उसमें रोड़े आ गए। हम महाराष्ट्र में सभी 48 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।”