Sunday, December 22, 2024
Homeराजनीति'शबरी के राम' से लेकर ट्रांसजेंडर समुदाय की कलाओं तक: UP दिवस में इस...

‘शबरी के राम’ से लेकर ट्रांसजेंडर समुदाय की कलाओं तक: UP दिवस में इस बार ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’

फोक म्यूजिक, संस्कृति और समाज के उत्थान के जुड़े कार्यों, देश के प्रति वफादारी और अन्य कारनामों से प्रदेश का नाम ऊँचा करने वाले लोगों को सम्मान दिया जाना है।

उत्तर प्रदेश दिवस (Uttar Pradesh Day) राज्य की स्थापना के दिन की ख़ुशी में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। हर वर्ष जनवरी 24 को न सरकार, बल्कि राज्य की जनता भी अलग-अलग हिस्सों में अपने-अपने तरीके से इसे मानती है। 1950 में यही दिन था, जब यूनाइटेड प्रोविन्सेज का नाम बदल कर उत्तर प्रदेश रखा गया था। 4 वर्ष पूर्व 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार ने निर्णय लिया कि इसे यूपी दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

इसका विचार सबसे पहले राज्यपाल राम नाइक के मन में आया था, जिनके प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने ये निर्णय लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस वर्ष भी इस जश्न में प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को शामिल होना चाहिए। जनवरी 24 से लेकर जनवरी 26 तक 3 दिनों तक पूरा राज्य जश्न में डूबा होगा और ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ को इस बार के यूपी दिवस के थीम के रूप में चुना गया है।

इस दौरान राज्य को अपने कारनामों से गर्व की अनुभूति कराने वाले लोगों को याद किया जाएगा और सम्मानित किया जाएगा। जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयास किया है, उन्हें ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया जाएगा। इसमें महिलाओं, किसानों और कलाकारों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। ये ऐसे लोग होंगे, जिनकी प्रतिबद्धता और प्रयासों के कारण राज्य आत्मनिर्भर बन कर उभर रहा है।

3 दिनों के इस कार्यक्रम का सबसे बड़ा उद्देश्य है – स्थानीय प्रतिभाओं को पहचान दिला कर उन्हें सम्मानित करना। जैसे, फोक म्यूजिक, संस्कृति और समाज के उत्थान के जुड़े कार्यों, देश के प्रति वफादारी और अन्य कारनामों से प्रदेश का नाम ऊँचा करने वाले लोगों को सम्मान दिया जाना है। इस दौरान कई कार्यक्रम होंगे, जिसमें राज्य की कलाकृतियाँ, उत्पादों, गाने और नाटकों को एक बड़ा मंच मिलेगा।

इस दौरान ‘शिल्प मेला’ और ‘शबरी के राम’ नाटक, एसिड अटैक पीड़िताओं की दर्द को बयाँ करते नाटक और ट्रांसजेंडर समुदाय द्वारा दिखाई जाने वाली कलाओं का प्रदर्शन होना है। इन कार्यक्रमों में राज्य की स्थानीयता का ध्यान रखा जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य को ‘मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम और लीलाधर श्रीकृष्ण की पावन जन्मभूमि का प्रदेश, भारत का हृदय प्रदेश, भारतीय संस्कृति का उद्गम स्थल’ बताते हुए लोगों को बधाई दी।

विभिन्न नेताओं ने उत्तर प्रदेश दिवस की दी बधाई

इस दौरान खेल जगत में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले पुरुष एवं महिला खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार तथा रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार दिया जाएगा। दुग्ध उत्पादकों को गोकुल पुरस्कार एवं नंद बाबा पुरस्कार दिए जाएँगे। कृषि विभाग द्वारा तीन किसानों को भी पुरस्कृत किए जाने की भी योजना है। विभिन्न योजनाओं का लाभ भी नागरिकों को पात्रता के आधार पर मिलेगा। कइयों को ऋण भी दिया जाना है।

इधर दिल्ली में भी गणतंत्र दिवस की परेड में उत्तर प्रदेश की झाँकी बेहद खास होगी। यूपी की ओर से अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की महिमा और भव्यता का प्रदर्शन गणतंत्र दिवस परेड की झाँकी में किया जाएगा। परेड के लिए राम मंदिर और दीपोत्‍सव की झलक वाली झाँकी तैयार हो गई है। परेड में अयोध्या की धरोहर, भव्य राम मंदिर की प्रतिकृति, दीपोत्सव की झलक और पौराणिक ग्रंथ रामायण के विभिन्न हिस्सों की झाँकी प्रदर्शित की जाएगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।

जिस संभल में हिंदुओं को बना दिया अल्पसंख्यक, वहाँ की जमीन उगल रही इतिहास: मंदिर-प्राचीन कुओं के बाद मिली ‘रानी की बावड़ी’, दफन थी...

जिस मुस्लिम बहुल लक्ष्मण गंज की खुदाई चल रही है वहाँ 1857 से पहले हिन्दू बहुतायत हुआ करते थे। यहाँ सैनी समाज के लोगों की बहुलता थी।
- विज्ञापन -