आरपीआई के वरिष्ठ नेता नरेश गायकवाड़ की हत्या के लिए दोषी तीन लोगों को मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा शिवसेना में शामिल किया गया है। इस फैसले ने विवादों को हवा दे दी है।
रिपोर्टों के अनुसार, तीनों दोषी – रहमतुल्ला खान उर्फ पापा खान, इंडिन शेख और अनवर शेख पार्टी नेता विधायक बालाजी किणीकर और ठाणे ग्रामीण अध्यक्ष गोपाल लांडगे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हुए हैं। तीनों दोषी फिलहाल COVID-19 के कारण पैरोल पर हैं। तीनों अपराधी अंबरनाथ नगरपालिका परिषद चुनाव से पहले पार्टी में शामिल हुए हैं।
ठाणे जिले के दलित नेता नरेश गायकवाड़ को 2000 में 6 मुस्लिम लोगों ने मार डाला, जिनमें तीन मुस्लिम युवक शामिल थे, जो अब शिवसेना में शामिल हो गए हैं। सभी 6 आरोपितों को दलित नेता की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
दलित नेता के बेटे ने जताया शोक
नरेश गायकवाड़ के बेटे कबीर गायकवाड़ ने हत्याकांड में शामिल तीन लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए शिवसेना की निंदा की। नरेश गायकवाड़ राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी) से जुड़े हैं। गायकवाड़ ने कहा, “मैं शिवसेना के फैसले से हैरान हूँ जिन्होंने तीन दोषियों को अपनी पार्टी में शामिल किया। उन्होंने मेरे पिता को मार डाला।”
दिवंगत नेता के बेटे ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सीएम उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी शिवसेना से इन गुंडों को बाहर निकालने के लिए कहेंगे। उन्होंने जेल अधिकारियों से दोषियों की पैरोल को रद्द करने की भी अपील की।
शहर के एक वरिष्ठ शिवसेना नेता ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी को नागरिक चुनाव में दलित वोटों का नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपने फैसले के बारे में सोचना चाहिए। इस बीच, शिवसेना विधायक बालाजी किणीकर ने कहा कि इन दोषियों को पार्टी में शामिल होने की अनुमति देना उनके वरिष्ठ नेताओं का निर्णय था।