Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीतिशिवसेना ने सजायाफ्ता हत्यारों रहमतुल्ला खान, इंडिन शेख और अनवर शेख को पार्टी में...

शिवसेना ने सजायाफ्ता हत्यारों रहमतुल्ला खान, इंडिन शेख और अनवर शेख को पार्टी में किया शामिल: पैरोल रद्द करने की माँग

ठाणे जिले के दलित नेता नरेश गायकवाड़ को 2000 में 6 मुस्लिम लोगों ने मार डाला, जिनमें तीन मुस्लिम युवक शामिल थे, जो अब शिवसेना में शामिल हो गए हैं। सभी 6 आरोपितों को दलित नेता की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

आरपीआई के वरिष्ठ नेता नरेश गायकवाड़ की हत्या के लिए दोषी तीन लोगों को मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा शिवसेना में शामिल किया गया है। इस फैसले ने विवादों को हवा दे दी है।

रिपोर्टों के अनुसार, तीनों दोषी – रहमतुल्ला खान उर्फ पापा खान, इंडिन शेख और अनवर शेख पार्टी नेता विधायक बालाजी किणीकर और ठाणे ग्रामीण अध्यक्ष गोपाल लांडगे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हुए हैं। तीनों दोषी फिलहाल COVID-19 के कारण पैरोल पर हैं। तीनों अपराधी अंबरनाथ नगरपालिका परिषद चुनाव से पहले पार्टी में शामिल हुए हैं।

ठाणे जिले के दलित नेता नरेश गायकवाड़ को 2000 में 6 मुस्लिम लोगों ने मार डाला, जिनमें तीन मुस्लिम युवक शामिल थे, जो अब शिवसेना में शामिल हो गए हैं। सभी 6 आरोपितों को दलित नेता की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

दलित नेता के बेटे ने जताया शोक

नरेश गायकवाड़ के बेटे कबीर गायकवाड़ ने हत्याकांड में शामिल तीन लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए शिवसेना की निंदा की। नरेश गायकवाड़ राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी) से जुड़े हैं। गायकवाड़ ने कहा, “मैं शिवसेना के फैसले से हैरान हूँ जिन्होंने तीन दोषियों को अपनी पार्टी में शामिल किया। उन्होंने मेरे पिता को मार डाला।”

दिवंगत नेता के बेटे ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सीएम उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी शिवसेना से इन गुंडों को बाहर निकालने के लिए कहेंगे। उन्होंने जेल अधिकारियों से दोषियों की पैरोल को रद्द करने की भी अपील की।

शहर के एक वरिष्ठ शिवसेना नेता ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी को नागरिक चुनाव में दलित वोटों का नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपने फैसले के बारे में सोचना चाहिए। इस बीच, शिवसेना विधायक बालाजी किणीकर ने कहा कि इन दोषियों को पार्टी में शामिल होने की अनुमति देना उनके वरिष्ठ नेताओं का निर्णय था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -