अमेरिका में कॉन्ग्रेस को दी गई रिपोर्ट में अमेरिकी इंटेलिजेंस कम्युनिटी ने कहा है कि पाकिस्तान के द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों के बाद उसे सैन्य स्तर पर जवाब देने की संभावना में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पिछले समकक्षों से कहीं आगे हैं।
अमेरिकी कॉन्ग्रेस के समक्ष रखी गई वार्षिक संकट आकलन रिपोर्ट (Annual Threat Assessment Report) में राष्ट्रीय सुरक्षा के निदेशक कार्यालय (ODNI) ने भारत और पाकिस्तान के मध्य किसी भी प्रकार के युद्ध की संभावना से पूरी तरह इनकार किया है। लेकिन यह शंका व्यक्त की है कि दोनों देशों के बीच का संकट निकट भविष्य में और भी गहराता जाएगा।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ सामान्य संबंध स्थापित करना चाहता है। लेकिन जब तक पाकिस्तान आतंक और हिंसा मुक्त वातावरण सुनिश्चित नहीं करता, तब तक भारत उससे किसी भी प्रकार का कोई मैत्री संबंध नहीं रखेगा।
ODNI की रिपोर्ट में यह बात विशेष रूप से कही गई है कि पाकिस्तान के प्रति सैन्य कार्रवाई करने में पिछले राष्ट्राध्यक्षों की तुलना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ज्यादा मुखर है। पाकिस्तान द्वारा भारत में कोई भी आतंकी हमला अथवा कश्मीर के अंदर अशान्ति की परिस्थितियाँ दो परमाणु हथियार संपन्न देशों के मध्य संभावित संघर्ष का कारण बन सकती हैं। अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के उन्मूलन और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाँटने के बाद से ही दोनों देशों की राजधानियों में एक-दूसरे के हाई कमिश्नर नहीं हैं।
ODNI की रिपोर्ट की रिपोर्टर के अनुसार, अफगानिस्तान में लड़ाई के समय ईराक और सीरिया अमेरिकी सेना के प्रमुख चिंता का विषय थे। लेकिन परमाणु संपन्न भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष की स्थिति पूरे विश्व के लिए अभी भी चिंता का विषय है। यह रिपोर्ट भविष्य की परिघटनाओं के निकटवर्ती और दूरगामी प्रभाव पर आधारित होती है। वाशिंगटन में जारी होने वाली यह रिपोर्ट नीति-निर्माताओं को विश्व भर में अमेरिकी सैन्य संयोजन के लिए सहायता करती है।