बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार (11 मई, 2021) को कॉन्ग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी को लिखे एक कड़े पत्र में, कॉन्ग्रेस के कुछ मुख्यमंत्रियों सहित विपक्ष पर राजनीतिक फायदे के लिए उस समय जानबूझकर पर हंगामा मचाने का आरोप लगाया, जब देश एक महामारी से निपट रहा है।
नड्डा ने कॉन्ग्रेस पर कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में लोगों को गुमराह करने और भय का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में राहुल गाँधी सहित उनके नेताओं का व्यवहार दोहरेपन और ओछेपन के लिए याद किया जाएगा। बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि भारत कोरोना वायरस से पूरे साहस के साथ लड़ रहा है। हम चाहते हैं कि कॉन्ग्रेस लोगों को गुमराह करना, दहशत फैलाना बंद करे।
नड्डा ने मुफ्त वैक्सीन की माँग पर कॉन्ग्रेस को लताड़ा
विपक्ष द्वारा सभी के लिए वैक्सीन नि: शुल्क किए जाने की माँग को लेकर नड्डा ने कॉन्ग्रेस पार्टी की मंशा पर सवाल उठाया और कहा कि जब बीजेपी-एनडीए के नेतृत्व वाले राज्य गरीबों के लिए मुफ्त टीकों की घोषणा कर सकते हैं, तो कॉन्ग्रेस को किसने रोका है। पत्र में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के पाखंड पर भी प्रकाश डाला गया जो दक्षिणी राज्यों में अपनी चुनावी रैलियों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद लॉकडाउन की माँग कर रहे हैं।
नड्डा ने कहा, ‘महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में, कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी सहित शीर्ष कांग्रेस नेताओं के आचरण को दोहरेपन और क्षुद्रता के लिए याद किया जाएगा। आपकी पार्टी, आपके नेतृत्व में, लॉकडाउन का विरोध करके और फिर उसी की माँग करना, कोविड की दूसरी लहर पर केंद्र की सलाह को नजरअंदाज करते हुए, ये कहना कि हमें कोई सूचना नहीं मिली, केरल में बड़े पैमाने पर चुनावी रैलियों का आयोजन करना, जिससे कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हुई, जबकि अन्यत्र होने वाली चुनावी रैलियों का विरोध करने का दिखावा करना, विरोध प्रदर्शनों का समर्थन करना लेकिन कोविड गाइडलाइंस का पालन करने के बारे में बोलकर अपना कोई भला नहीं कर रहे हैं।
जेपी नड्डा ने चिट्ठी में वैक्सीन को लेकर कॉन्ग्रेस पार्टी की तरफ से पूर्व में उठाए गए सवालों का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास में कभी भी वैक्सीनेशन को लेकर कोई संदेह नहीं रहा है, लेकिन कॉन्ग्रेस ने कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान इसे लेकर शंका पैदा करने की कोशिश की। नड्डा ने कहा कि यह स्थिति ऐसे समय में पैदा की गई जब देश सदियों में एक बार आने वाली महामारी के संकट से जूझ रहा है।
नड्डा ने की कोविड से जंग में पीएम मोदी के प्रयासों की तारीफ
कोविड के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान के बारे में नड्डा ने पत्र में लिखा है, ‘2020 में महामारी शुरू होने के बाद से ही प्रधानमंत्री सरकार के सभी अंगों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि महामारी के खिलाफ लड़ाई को गति दी जा सके। इनमें प्राथमिकता वाले क्षेत्र चिकित्सा क्षमताओं में वृद्धि करना और पीड़ित लोगों के लिए पर्याप्त सुविधाएँ सुनिश्चित करना हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी हैं कि सभी हिस्से कोविड से निपटने के लिए पर्याप्त दवाओं और अन्य सामग्रियों से लैस हों। 2020 में, 8 महीनों के लिए, भारत सरकार ने 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त राशन प्रदान किया। अब भी वही किया जा रहा है।’
नड्डा ने कहा, ‘कोरोनोवायरस को हराने के लिए प्रधानमंत्री सभी मुख्यमंत्रियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्रियों के साथ कई बैठकों की अध्यक्षता की है, जो सौहार्दपूर्ण और शानदार माहौल में आयोजित की गई हैं। पूर्व प्रधान मंत्री और किसान नेता श्री एच डी देवगौड़ा ने स्वयँ पीएम मोदी के कई हितधारकों से सलाह लेने का उल्लेख किया था।’
नड्डा ने कॉन्ग्रेस शासित राज्यों के ‘दोहरेपन’ की आलोचना की
नड्डा ने कहा कि वह संकट के इस काल में कॉन्ग्रेस के इस रवैये से दुखी हैं, लेकिन हैरान नहीं हैं। नड्डा ने लिखा, ‘मैं बहुत दुखी होकर यह पत्र लिख रहा हूँ। मैं ऐसा पत्र कभी नहीं लिखता। लेकिन, पार्टी के मुख्यमंत्रियों सहित कॉन्ग्रेस पार्टी के सदस्यों द्वारा पैदा किए जा रहे भ्रम को देखते हुए, मैं अपने विचारों को कलमबद्ध करने के लिए मजबूर हूँ। हमें आशा है कि भारत जब अत्यधिक साहस के साथ कोविड-19 से लड़ रहा है, तो कॉन्ग्रेस के शीर्ष नेता लोगों को गुमराह करने, झूठी दहशत पैदा करने और यहां तक कि केवल अपने राजनीतिक विचारों के आधार पर विरोधाभासी बयान देना बंद कर देंगे।’
नड्डा ने कॉन्ग्रेस शासित राज्यों द्वारा वेंटिलेटर्स समेत अन्य जरूरी मेडिकल उपकरणों की कमी का रोना रोने और केंद्र द्वारा उन्हें उपलब्ध कराए जाने पर उनका उपयोग न करने की ओर भी ध्यान दिलाया। नड्डा ने कहा, ‘हमने इस बात की सूचना दी थी कि कैसे कोरोनोवायरस महामारी की दूसरी लहर की शुरुआत में राजस्थान, पंजाब और झारखंड राज्यों को भेजे गए वेंटिलेटर बिना उपयोग के पड़े थे और धूल खा रहे थे।’
बता दें कि सोमवार (10 मई 2021) को कॉन्ग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई थी, जिसमें कोविड-19 प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला गया था।