Saturday, April 27, 2024
Homeराजनीतिमनमोहन सिंह के लिए अगली बार RS के दरवाजे बंद, राज्यों में कॉन्ग्रेस की...

मनमोहन सिंह के लिए अगली बार RS के दरवाजे बंद, राज्यों में कॉन्ग्रेस की हालत पतली

असम में भाजपा की सरकार सत्ता में हैं। इसके कारण कॉन्ग्रेस पार्टी के पास उन्हें फिर से उच्च सदन में भेजने के लिए विधानसभा में अपेक्षित संख्याबल नहीं है।

पाँच बार उच्च सदन के सदस्य रह चुके पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का मौजूदा 6 साल का कार्यकाल 14 जून को पूरा हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 2 सीटों को भरने के लिए 7 जून को प्रदेश में चुनाव की घोषणा की है, लेकिन इस बार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सदस्य के रूप में राज्यसभा में वापसी की संभावना बहुत कम है।

दरअसल, असम में भाजपा की सरकार सत्ता में हैं। इसके कारण कॉन्ग्रेस पार्टी के पास उन्हें फिर से उच्च सदन में भेजने के लिए विधानसभा में अपेक्षित संख्याबल नहीं है। कॉन्ग्रेस के पास 126 सदस्यीय असम विधानसभा में केवल 25 विधायक हैं, जबकि सीट हासिल करने के लिए उनको कम से कम 43 वोटों की आवश्यकता है। हालाँकि पार्टी को सदन में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के 13 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, लेकिन फिर भी ये संख्या 38 ही हो पाती है।

कॉन्ग्रेस पार्टी मनमोहन सिंह को कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सीटों के जरिए भी राज्यसभा नहीं भेज सकती है क्योंकि इस समय इन राज्यों में भी पद रिक्त नहीं हैं। हालाँकि पार्टी के पास पूर्व प्रधानमंत्री को तमिलनाडु के माध्यम से उच्च सदन में भेजने का विकल्प है जहाँ जुलाई में रिक्तियाँ होंगी क्योंकि राजसभा के 6 सदस्य 24 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

अब ऐसे में अगर मनमोहन सिंह को तमिलनाडु से जुलाई में मैदान में नहीं उतारा जाता है, तो राजयसभा तक पहुँचने के लिए उन्हें अप्रैल 2020 तक इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि तब कॉन्ग्रेस शासित राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों से 55 सदस्य रिटायर हो जाएँगे। देखना है कि कॉन्ग्रेस पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री को उच्च सदन में पहुँचाने के लिए क्या फैसला लेती है।

फिलहाल मीडिया खबरों के मुताबिक असम सीट पर ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा खाली होने वाली 2 सीटों में से एक सीट की पेशकश केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता रामविलास पासवान को कर सकती है। 

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

6 महीने में आग लगने की 565 घटनाएँ, 690 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित: उत्तराखंड में इस साल भी गर्मियों में वही समस्या, काफी ज्वलनशील...

कालागढ़ टाइगर रिजर्व, राजाजी टाइगर रिजर्व और नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में आग लगने से जंगली जानवरों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता खड़ी हो गई है।

‘देश शरिया से नहीं चलेगा, सरकार बनते ही पूरे देश में लागू होगा समान नागरिक संहिता’: गृहमंत्री अमित शाह बोले- धारा 370 को कॉन्ग्रेस...

अमित शाह ने कहा कि देश तीसरी बार नरेंद्र मोदी की सरकार बनते ही पूरे देश में समान नागरिक संहिता लागू होगी, ये 'मोदी की गारंटी' है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe