बिहार के वैशाली जिले में हिंदू मंदिरों में घुसकर वहाँ पर स्थापित देवी देवताओं की मूर्तियों को तोड़ने का मामला प्रकाश में आया है। असामाजिक तत्वों ने तीन मंदिरों में भगवान शिव, देवी काली और दुर्गा समेत कई मूर्तियों को तोड़कर बाहर फेंक दिया। इस बीच इस कृत्य के विरोध में स्थानीय लोगों ने सड़कों को जाम कर दिया। बाद में पुलिस ने आरोपितों को जल्द से जल्द पकड़ने का आश्वासन देकर जाम हटवाया।
रिपोर्ट के मुताबिक, जंदाहा कोठी के कैंपस में एक प्राचीन शिव मंदिर में शिवलिंग समेत अन्य प्रतिमाओं को तोड़कर उपद्रवियों ने उसे पास के ही तालाब में फेंक दिया। अगले दिन जब लोगों को इस बात का पता चला तो उनका आक्रोश भड़क उठा। इस बीच जंदाहा बाजार में स्थित माँ काली की प्रतिमा को तोड़े जाने और सर्वोदय मैदान में बने मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियाँ तोड़े जाने की खबर भी सामने आ गई।
शहर के तीन मंदिरों में स्थापित मूर्तियों को तोड़ने जाने की खबर के बाद नाराज लोगों ने जंदाहा गाँधी चौक सड़क को जाम कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस फोर्स के साथ पहुँचे थानाध्यक्ष अजय कुमार ने किसी तरह लोगों को समझाया।
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर हिंदू पुत्र नाम के यूजर ने कहा, “आजकल बिहार में कट्टर इस्लामिक शक्तियाँ अपने एजेंडे के तहत हिंदू अस्मिता पर चोट पहुँचाने की कोशिश कर रही हैं। जंदाहा में मंदिर में जिस तरह से तोड़फोड़ की गई है। पुलिस दोषियों को जल्द गिरफ्तार करे।”
आप तक नाम के चैनल द्वारा शेयर किए गए वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि जंदाहा में मंदिर में स्थापित मूर्तियों को तोड़े जाने के बाद लोगों ने जंदाहा में गाँधी चौक को जाम कर दिया। इसके अलावा हनुमान जी की खंडित प्रतिमा को भी देखा जा सकता है।
इस संबंध में ऑपइंडिया ने जंदाहा पुलिस से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की, लेकिन उनसे अभी तक हमारी बात नहीं हो सकी है।