Monday, May 6, 2024
Homeदेश-समाजबेटा होने का लालच देकर आदिवासी परिवार को ईसाई बनाने आए थे, गाँव वालों...

बेटा होने का लालच देकर आदिवासी परिवार को ईसाई बनाने आए थे, गाँव वालों ने धर्म परिवर्तन गैंग को बंधक बनाया

चार बेटियों के बाद करमा करमाली का परिवार एक बेटा चाहता था। इसी कमजोरी को भाँपते हुए ही धर्मांतरण कराने वालों ने उन्हें अपने जाल में फँसाया और कहा कि अगर वह ईसाई बनते हैं तो उनके बेटा हो जाएगा।

झारखंड के रामगढ़ जिले के गंझूडीह टोला में धर्म परिवर्तन कराने पहुँचे ईसाई समुदाय के लोगों को बंधक बनाने की बात मीडिया में आई है। खबरों के मुताबिक, कुल 6 लोगों को बंधक बनाया गया था। स्थानीयों का आरोप है कि ये लोग एक परिवार को झूठा झांसा देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित करवा रहे थे। ऐसे में आसपास के लोगों को जब पता चला तो इन्हें पकड़ लिया गया और घंटों बंधक बनाए बैठाए रखा गया।

स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुजू ओपीक्षेत्र के गंझूडीह टोला में एक आदिवासी परिवार का धर्म परिवर्तन कराने एक महिला सहित 6 लोग आए थे। इनके निशाने पर करमा करमाली का परिवार था जिनकी 4 बेटियाँ हैं और वो बेटा पाने के इच्छुक हैं। परिवार की कमजोरी भाँपते हुए ही धर्मांतरण कराने वालों ने उन्हें अपने जाल में फँसाया और कहा कि अगर वह ईसाई बनते हैं तो उनके बेटा हो जाएगा। धर्मांतरण के लिए परिवार जैसे ही तैयार हुआ ये लोग गंझूडीह आ पहुँचे। लेकिन इसी बीच ग्रामीणों को इसकी भनक लग गई और वह लोग करमा करमाली के घर गए। 

वहाँ धर्मांतरण की ऐसी तैयारी चल रही थी जिसे देख सब अचंभित हो गए। सबने इसका विरोध किया और स्थानीयों ने धर्म परिवर्तन कराने वालों को बंधक बना लिया। जब मामला गरमाया तो किसी कैलाश करमाली ने कुजू पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस फौरन वहाँ पहुँची और बंधक बनाए गए लोगों को छुड़वाया। अब थाने में उनसे पूछताछ हो रही है।

बता दें कि अभी कल ही छत्तीसगढ़ से एक ऐसी खबर मीडिया में सामने आई थी जिसमें बताया गया था 400 परिवारों के 1200 लोगों ने हिंदू धर्म में घर वापसी की। हिंदू धर्म अपनाने वालों का कहना था कि तीन पीढ़ी पहले उनकी गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें ईसाई बनाया गया था। लेकिन अब वो लोग जागरूक हो चुके हैं। इस पूरे घर वापसी अभियान में 100 परिवार स्थानीय थे और 300 परिवार बसना सराईपाली से थे। इन सबको 20 बसों में बैठाकर लाया गया था। पूरे कार्यक्रम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। ये दो दिवसीय कार्यक्रम था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘400 पार’ और ‘जय श्री राम’ से गूँजी अयोध्या नगरी: रामलला के सामने साष्टांग दण्डवत हुए PM मोदी, फिर किया भव्य रोडशो

पीएम मोदी ने भव्‍य एवं दिव्य राम मंदिर में रामलला के दर्शन के बाद राम जन्‍मभूमि पथ से रोड शो शुरू किया।

नसीरुद्दीन शाह की बीवी ने ‘चिड़िया की आँख’ वाली कथा का बनाया मजाक: हरिद्वार से लेकर मणिपुर और द्वारका तक घूमे थे अर्जुन, फिर...

अर्जुन ने वन, पर्वत और सागर से लेकर एक से एक रमणीय स्थल देखे। हरिद्वार में उलूपी, मणिपुर में चित्रांगदा और द्वारका में सुभद्रा से विवाह किया। श्रीकृष्ण के सबसे प्रिय सखा रहे, गुरु द्रोण के सबसे प्रिय शिष्य रहे। लेकिन, नसीरुद्दीन शाह की बीवी को लगता है कि अर्जुन के जीवन में 'चिड़िया की आँख' के अलावा और कुछ नहीं था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -