‘बुल्ली बाई’ ऐप मामले में दिल्ली पुलिस की ‘इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशन (IFSO)’ यूनिट की टीम ने असम से मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार साजिशकर्ता की पहचान 20 वर्षीय नीरज बिश्नोई के रूप में हुई है। वह असम के जोरहाट के दिगंबर एरिया का रहने वाला है। नीरज भोपाल के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Vellore Institute of Technology) में बीटेक का छात्र है। बताया जा रहा है कि कम-से-कम तीन राज्यों की पुलिस की कई यूनिट्स इसकी तलाश में जुटी थीं।
‘Bulli Bai’ app case: Main conspirator arrested by Delhi Police’s IFSO special cell from Assam pic.twitter.com/4IKBiBKC8d
— ANI (@ANI) January 6, 2022
डीसीपी (IFSO) केपीएस मल्होत्रा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की IFSO टीम द्वारा असम से गिरफ्तार नीरज बिश्नोई GitHub पर ‘बुल्ली बाई’ का मुख्य साजिशकर्ता और निर्माता है। इसके साथ ही वह ऐप का मुख्य ट्विटर अकाउंट होल्डर है। उसे दिल्ली लाया जा रहा है।
#UPDATE | Neeraj Bishnoi (20), arrested by Delhi Police Special Cell’s IFSO team in ‘Bulli Bai’ app case, is a resident of Digambar area of Assam’s Jorhat. He is a BTech student of Vellore Institute of Technology, Bhopal: IFSO
— ANI (@ANI) January 6, 2022
केपीएस मल्होत्रा ने बुधवार (5 जनवरी 2022) को बताया था कि बुल्ली बाई केस को IFSO के पास ट्रांसफर कर दिया गया है। मल्होत्रा ने कहा कि ‘सुल्ली’ ऐप मामले में म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी (MLAT) प्रक्रिया भारत में पूरी हो गई है और जल्द ही इसे न्याय विभाग को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि पिछले साल हुए सुल्ली डील्स ऐप केस के बाद इस वर्ष की शुरुआत में बुल्ली बाई ऐप सामने आई थी, जो गिटहब एपीआई पर बनी थी।
इससे पहले जीआईवाईयू44 (@giyu44) नामक यूजर ने ट्वीट कर खुद को मुस्लिम महिलाओं की नीलामी वाले इस ऐप का मास्टरमाइंड बताया था। उसने कहा था कि मुंबई पुलिस बेगुनाहों को परेशान करना बंद करे। ऐसा नहीं होने पर उसने Bulli Bai 2.0 लॉन्च करने की धमकी भी दी।
इस यूजर ने कहा, “मैंने ही अपने दोस्तों- श्वेता और विशाल के ई-मेल अकाउंट का प्रयोग किया था। उन दोनों को तो पता भी नहीं है कि ऐसा कैसे हुआ। उन्हें मेरी वजह से गिरफ्तार किया गया है। अगर कोई मेरे लिए फ्लाइट का टिकट इंतज़ाम कर दे तो मैं खुद को कानून के हवाले करने को तैयार हूँ।”
उल्लेखनीय है कि ‘बुल्ली बाई’ ऐप के सिलसिले में इससे पहले तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस संबंध में मुंबई के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि शहर पुलिस की साइबर इकाई द्वारा उत्तराखंड से गिरफ्तार की गई 18 वर्षीय महिला श्वेता सिंह मुख्य आरोपित है, जिसने ऐप का ट्विटर हैंडल बनाया था।
मामले में बुधवार तड़के उत्तराखंड से मयंक रावल (21) को गिरफ्तार किया गया। श्वेता सिंह को मंगलवार को उत्तराखंड के ही रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया था, जबकि इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को सोमवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। मुंबई पुलिस ने दो जनवरी को ऐप के बारे में शिकायत मिलने के बाद FIR दर्ज की। जिसके बाद जाँचकर्ताओं ने ऐप और संबंधित ट्विटर हैंडल का तकनीकी विश्लेषण शुरू किया।