रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन में उपजे हालातों के मद्देनजर भारत सरकार लगातार अपने नागरिकों को वहाँ से निकालने के प्रयासों में जुटी हुई है। इसी क्रम में खार्किव और पिशोचीन में भी बसों का इंतजाम करके वहाँ से भारतीय निकाले गए। 4 मार्च 2022 को जब विदेश मंत्रालय की ओर से सूचना दी गई कि पिशोचीन इलाके में फँसे 900-1000 से ज्यादा भारतीयों को निकालने के लिए बसों के इंतजाम हो रहे हैं, उसी समय द हिंदू के बिजनेस लाइन की पत्रकार पार्वती बिंदु बेनू का एक ट्वीट आया और उन्होंने इस मुद्दे पर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि ये इंतजाम तमिलनाडु सरकार ने किया है।
पार्वती ने डीएमके की राज्यसभा सांसद कानीमोंझी को यूक्रेन में फँसे बच्चों की मदद के लिए आगे आते देखा तो उनसे बिन तारीफ किए नहीं रहा गया और उन्होंने उनके ट्वीट पर लिखा, “तो! ये चीज काम कर रही है। तमिलनाडु सरकार ने पिशोचीन से बच्चों को निकालने के लिए ट्रांसपोर्ट अरेंज किए हैं वो भी मुफ्त में। इंतजार कर रही हूँ कि इस रिवायत को बाकी राज्य द्वारा भी निभाया जाए।” अब पार्वती का यह ट्वीट कैसे एक झूठी खबर है इसका पता विदेश मंत्रालय के बयान से चलता है।
दोनों स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं कि रात के 9:59 पर पार्वती बिंदु बेनू ने अपने ट्वीट को किया जबकि 4 मार्च को शाम 6 बजे ही MEA ने कहा था कि पूर्वी यूक्रेन, खासकर खार्किव और पिशोचीन में खास ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने वहाँ बसों के इंतजाम किए। 5 बसें चालू हैं और बाकी बसें भी शाम तक चालू हो जाएँगी। 900-1000 भारतीय पिशोचीन में फँसे हुए हैं जबकि 700 लोग सूमी में हैं।
स्पष्ट है कि बिजनेस लाइन की पत्रकार ने इस मामले पर अपने ट्वीट में झूठ फैलाया, जिसका खुलासा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने किया। उन्होंने बताया बिजनेस लाइन पत्रकार खुलकर झूठी खबर फैला रही हैं। बसों की व्यवस्था भारत सरकार के खर्च पर विदेश मंत्रालय और स्थानीय मिशन द्वारा की गई थी। उन्होंने बताया कि ऐसी फेक न्यूज फैलने से पहले ही भारत सरकार ने अपने नागरिकों को पिशोचीन और खार्किव में खाना-पानी भेज दिया है।
Before @businessline ‘journalists’ put out further #FakeNews , Govt of #India has sent food & water to its nationals in Pisochyn, Kharkiv in #Ukraine.
— Kanchan Gupta 🇮🇳 (@KanchanGupta) March 5, 2022
More buses arranged by GoI will leave Pisochyn today with Indian nationals. The cost will be take care by Govt of India.@MaliniP
उल्लेखनीय है कि भारतीय छात्रों को यूक्रेन से निकालने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन गंगा अब तक 10 हजार से ज्यादा बच्चों को भारत लेकर आ चुका है। कल की खबर के अनुसार 24 घंटे के अंदर भारत में 18 फ्लाइट आईं जिनसे 4000 भारतीय वापस लाए गए। विदेश मंत्रालय ने बताया कि अगले 24 घंटे में ऐसे भारतीय भारत पहुँच जाएँगे जो यूक्रेन बॉर्डर पार करके पड़ोसी देशों में पहुँच चुके हैं।