Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाज'वो मेरे बेटे को मार डालना चाहता था': दिल्ली के निहाल विहार में कोचिंग...

‘वो मेरे बेटे को मार डालना चाहता था’: दिल्ली के निहाल विहार में कोचिंग संचालक एजाज अहमद ने दलित बच्चे को बेरहमी से पीटा, वायरल वीडियो पर ग्राउंड रिपोर्ट

"पुलिस ने इस केस में धारा 323, 341, 506 IPC के साथ SC / ST एक्ट के तहत कार्रवाई की है। आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है। मामले में जाँच और कानूनी प्रक्रियाएँ जारी हैं।"

राजधानी दिल्ली के निहाल विहार क्षेत्र में एक बच्चे को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में एक युवक अपने से आधी उम्र के बच्चे की डंडे से पिटाई कर रहा है। छत से कोई व्यक्ति इस वीडियो को बनाता दिख रहा। आरोपित का नाम एजाज अहमद है। पीड़ित छात्र नाबालिग है जो दलित समुदाय से है। घटना 3 मार्च (गुरुवार) की है। आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है।

इस मामले में स्वयं पीड़ित छात्र ने पुलिस को शिकायत दी है। शिकायत में उसने बताया, “मैं पिछले 2 साल से अपने माता-पिता और भाई-बहन के साथ किराए के मकान में रहता हूँ। मैं कक्षा 8 का छात्र हूँ। पहले मैं एजाज कोचिंग सेंटर में पढ़ता था लेकिन लगभग 20 दिन पहले मैंने उसे छोड़ कर दूसरे कोचिंग में अपना नाम लिखवा लिया था। 3 मार्च को मैं अपने 2 दोस्तों के साथ छत पर बैठा था। तभी एजाज कोचिंग सेंटर का टीचर एजाज अहमद वहाँ आ कर मुझे बिना कुछ बताए पीटने लगा। उसने मुझे लात, घूंसों के साथ बाँस की लकड़ी से मारा। वो मुझे जान से मार देने की नियत से घसीट कर कोचिंग की तरफ ले गया। घटना के समय मेरे मम्मी – पापा नहीं थे।”

FIR Copy

ऑपइंडिया से बात करते हुए इंस्पेक्टर निहाल विहार SHO ने बताया, “पुलिस ने इस केस में धारा 323, 341, 506 IPC के साथ SC / ST एक्ट के तहत कार्रवाई की है। आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है। मामले में जाँच और कानूनी प्रक्रियाएँ जारी हैं।”

ऑपइंडिया ने पीड़ित परिवार से ली विस्तार से जानकारी

ऑपइंडिया की टीम पीड़ित परिवार में पहुँची। पीड़ित का घर निहाल विहार में एक पतली से गली में है। आस-पास दलित समुदाय के लोग रहते हैं। पीड़ित की गली के ही मुहाने पर आरोपित एजाज अहमद का कोचिंग है। यह कोचिंग एक किराए के मकान में चलता है। आस-पास के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एजाज के उसी इलाके में एक से अधिक कोचिंग संस्थान चलते हैं। साथ ही वो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला है। वो मुख्य रूप से क्लास 12 तक के छात्रों को पढ़ाने के साथ इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स भी करवाया है। एजाज लगभग 5 साल से कोचिंग चला रहा है।

एजाज का कोचिंग सेंटर

पीड़ित की माँ ने कहा, ‘वो मेरे बेटे को मार डालना चाहता था’

पीड़ित परिवार मूल रूप से राजस्थान के अलवर का है। परिवार यहाँ किराए पर है। कमाई का मुख्य स्रोत पिता है जो मजदूरी करता है। कभी – कभार माँ भी मजदूरी करके घर की कमाई में हाथ बँटा देती हैं। ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़ित छात्र की माँ रोने लगीं। उन्होंने रोते हुए बताया, “मेरा बेटा आए दिन मुझसे कहता था कि सर मारते-पीटते हैं। मैं सोचती थी कि बेटे की भलाई के लिए थोड़ा बहुत डांटते होंगे। लेकिन मुझे नहीं पता था कि वो इतना बड़ा जल्लाद है। मेरे बेटे का पूरा शरीर चोट खाया है। उसको कई जगहों से दर्द हो रहा है। मैं उसका इलाज भी करवा रही हूँ। मेरे बाकी बेटे भी उसी के यहाँ पढ़ते थे। लेकिन अब मैं उसको (एजाज) को सज़ा दिलाना चाहती हूँ।”

पीड़ित छात्र की माँ

पीड़िता की माँ ने यह भी कहा कि किसी भी दलित संगठन ने उनका साथ नहीं दिया। अभी तक किसी की सहयोग के लिए कोई कॉल भी नहीं आई। पुलिस वाले आ रहे हैं और वो पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट हैं।

पिता बोले, “बहुत मारा मेरे बेटे को, न्याय हो”

पीड़ित छात्र ने कहा, “हम मजदूरी करके अपने बच्चों को पाल रहे हैं। घटना के समय मैं बाहर था। मेरे बेगुनाह बेटे को बहुत मारा है एजाज ने। हमारे साथ न्याय हो।”

न्याय माँगते पीड़ित के पिता

बाथरूम जाने के लिए भी पड़ रही सहारे की जरूरत. पीड़ित छात्र बोला, ‘शायद मैं दलित था, इसलिए’

एजाज द्वारा बेरहमी से पिटाई के शिकार छात्र ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा, “एजाज सर मुझे बहुत पहले से उल्टा सीधा कहते थे। मेरी कोई गलती नहीं थी फिर भी उन्होंने मुझे मारा। शायद इसलिए हुआ क्योंकि मैं दलित था। मेरे पूरे शरीर में दर्द है। मुझे बाथरूम भी जाने के लिए सहारे की जरूरत पड़ रही है। जिस लड़के ने वीडियो बनाई वो उसे भी मारने के लिए दौड़े थे। वीडियो बन जाने के बाद भी वो मुझे मारते रहे। मैं उनसे मारने की वजह पूछता रहा तो उन्होंने नहीं बताया। “

पीड़ित छात्र

पीड़ित छात्र ने जीती हैं 2 ट्रॉफियाँ

जिस दलित छात्र को टीचर एजाज अहमद ने बेरहमी से मारा है वो काफी होनहार बताया जा रहा है। उसको इस कोचिंग संस्थान ने ट्राफियाँ दे रखी हैं। खुद छात्र ने बताया, “मुझे पहली ट्रॉफी बीमारियों से जागरूकता के लिए किए गए नुक्क्ड़ नाटक में मिली थी। साथ ही दूसरी ट्रॉफी अच्छे डांस परफॉर्मेंस में मिली थी। ये दोनों ट्राफियाँ मैं एजाज कोचिंग से पहले जहाँ पढ़ता था वहाँ दी गई थी।”

Award

पीड़ित छात्र के 2 भाई भी पढ़ते थे एजाज की कोचिंग में, उन्हें भी पीटा जाता था

ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़ित छात्र के 2 अन्य भाइयों ने बताया, “हम भी 2 साल से एजाज की कोचिंग में गणित और विज्ञान पढ़ रहे हैं। वो हमें भी मारता पीटता था।” तीनों भाई नाबालिग हैं।

पीड़ित छात्र के 2 अन्य पीड़ित भाई

गरीबी की हालत में जीवन यापन कर रहा परिवार

पीड़ित परिवार एक सामान्य से किराए के मकान में रहता है। घर में किचन और बाथरूम के साथ 2 कमरे हैं। दरवाजे पर बाइक भी खड़ी नहीं हो सकती। परिवार धार्मिक प्रवृत्ति का है जहाँ हिन्दू देवी देवताओं की मूर्तियाँ रखी हुई हैं।

घर के एक कोने में मौजूद पूजा घर

स्थानीय RSS पदाधिकारी ने बताया कि ये पहला मामला नहीं है

ऑपइंडिया ने स्थानीय RSS पदाधिकारी राजेश गर्ग से बात की। राजेश गर्ग ने बताया, “मैं RSS का नांगलोई का सेवा प्रमुख हूँ। एजाज की घटना मेरी जानकारी में आई। बच्चे के साथ हुई घटना पहली बार नहीं है। इससे पहले भी ऐसा हुआ है। पहले भी एक बार ऐसा काण्ड लगभग 5 साल पहले हुआ था। इसके बाद इनके मनोबल बढ़ गए हैं। स्थानीय जनता एजाज का ट्यूशन सेंटर बंद करने और उस पर कड़ी कार्रवाई की माँग कर रही है। बच्चे ने मुझे बताया है कि उसके खिलाफ जातिसूचक शब्द एजाज द्वारा प्रयोग होता रहा है। बच्चे ने जातीय प्रताड़ना सही है। अगर बच्चे का बीच बचाव न हुआ होता तो शायद एजाज उसे छत से भी फेंक देता।”

एजाज पर कार्रवाई की माँग करते हुए RSS पदाधिकारी राजेश गर्ग

राजेश गर्ग ने आगे बताया, “हम और पीड़ित परिवार एजाज के खिलाफ कठोर कार्रवाई की माँग पुलिस से करते हैं। वही बच्चा ही उनका सहारा था जो अभी पढ़ रहा है। अभी वो किराए के मकान में रहते हुए दिहाड़ी की मजदूरी कर रहे हैं। लगभग 2 साल पहले भी यहाँ एक क्लिनिक पर काम करने वाली एक हिन्दू लड़की पर मुस्लिम युवक ने निकाह का दबाव बनाया था। इंकार करने पर उसको बुरी तरह से मारा पीटा गया था। बाद में इस मामले में कार्रवाई के बजाय समझौता करा दिया गया था। अब ऐसी घटनाएँ आम होती जा रही हैं।”

आरोपित टीचर एजाज अहमद

फ़िलहाल पीड़ित छात्र का इलाज चल रहा है। वो आगे की पढ़ाई करना चाहता है। पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -