Sunday, September 8, 2024
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हैदर फिल्म वाला ‘हीरो बच्चा’… बाद में बन गया आतंकी, इंडियन आर्मी ने ठोक दिया

उसके लापता होने के बाद उसकी वापसी के लिए उसकी अम्मी कई पीर-फकीरों के पास भटकी थी और ताबीज लिए थे।

अब जब ‘The Kashmir Files’ दुनिया भर में बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर रही है और फिल्म ने मात्र 8 दिनों में 117 करोड़ रुपए का कारोबार सिर्फ भारत में किया है, ये चर्चा जोर पकड़ रही है कि भला इससे पहले पिछले 30 वर्षों में कश्मीर पर बनी फिल्मों में कभी कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को क्यों नहीं दिखाया गया। इसी तरह की एक फिल्म ‘हैदर’ थी, जिसमें अभिनय करने वाला साकिब बिलाल शेख नाम के एक युवक आतंकवादी ही बन बैठा।

‘हैदर’ फिल्म के जरिए निर्देशक विशाल भारद्वाज ने भारतीय सेना को बदनाम करने की भरसक कोशिश की थी। इसमें कश्मीर के सभी मुस्लिमों को ‘पीड़ित’ और भारतीय सेना को ‘विलेन’ दिखाया गया था, जो पाकिस्तान का भी नैरेटिव रहा है। पाकिस्तानी-अमेरिकी बशरत पीर द्वारा लिखे गए ‘हैदर’ को शेक्सपियर के नाटक ‘हेलमेट’ के रूपांतरण के रूप में बेचा गया था। साकिब बिलाल शेख ने इसमें एक छोटे से किरदार में काम किया था

आपको ये जान कर आश्चर्य होगा कि इसी साकिब बिलाल शेख ने बाद में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा ज्वाइन कर लिया था। इसमें दिखाया गया था कि वो बस से उतर कर हिंसा से बच कर भाग रहा है। उसमें उसे ‘चॉकलेट बॉय’ का किरदार दिया गया था। वो हाजिन बांदीपोरा के हाजिन का रहने वाला था। प्रोपेगंडा फिल्म में भले उसे हिंसा से भागते हुए दिखाया गया, असल जीवन में वो खुद हिंसक हो उठा था। उसे दिसंबर 2014 में भारतीय सेना ने एक पाकिस्तान आतंकवादी के साथ मार गिराया।

साकिब बिलाल शेख थिएटर आर्टिस्ट के रूप में काम किया करता था और उसके आतंकवादी बनने के कारण किसी को नहीं पता। फुटबाल, कबड्डी और ताइक्वांडो खेलने वाला साकिब अगस्त 2014 में अपने घर से अचानक लापता हो गया था। उसके साथ एक अन्य युवक भी लापता हुआ था। 11वीं में गणित लेकर पढ़ने वाले साकिब बिलाल शेख एक संपन्न किसान परिवार से था। उसके लापता होने के बाद उसकी वापसी के लिए उसकी अम्मी कई पीर-फकीरों के पास भटकी थी और ताबीज लिए थे।

बता दें कि शाहिद कपूर के मुख्य किरदार वाली फिल्म ‘हैदर’ के गाने ‘बिस्मिल’ को मार्तंड सूर्य मंदिर में फिल्माया गया था। इसमें शाहिद कपूर डरावनी वेशभूषा में डांस करते हैं। फिल्म में उनका किरदार मुस्लिम होता है। साथ ही बैकग्राउंड में मंदिर में ही काले कपड़ों में ‘शैतान’ जैसी आकृति खड़ी दिखाई गई है। इस गाने में के के मेनन, तब्बू और श्रद्धा कपूर भी बैठे दिखाई देते हैं। इसे लेकर तब विरोध बी खूब हुआ था, लेकिन इसे दबा दिया गया था। इस फिल्म के बाद उस प्राचीन मंदिर का नाम ‘शैतान की गुफा’ कहा जाने लगा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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