उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक व्यक्ति ने तीन तलाक का विरोध किए जाने पर अपनी बीवी को चाकू से गोद दिया। वहीं एक अन्य घटना में झारखंड के रामगढ़ में अमीन अंसारी ने तीन तलाक देकर बीवी को घर से निकाल दिया। इस सदमे में पीड़िता के अब्बा की मौत हो गई।
पहली घटना मेरठ के ब्रह्मपुरी थानाक्षेत्र की है। आसमां का 13 साल पहले आबिद के साथ निकाह हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आबिद को शराब की लत है। वह लगातार आसमां के घर वालों से 10 लाख रुपए की माँग कर रहा था। लड़की पक्ष के लोगों ने उसे कुछ दिए भी थे। शनिवार (26 मार्च 2022) को मियाँ-बीवी में कहासुनी के बाद शौहर आबिद ने आसमां को तीन तलाक दे दिया। जब आसमां ने इसका विरोध किया तब उसे आबिद ने चाकू मार दिया। घायल महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल आसमां की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
दूसरी घटना झारखंड के रामगढ़ जिले की है। 27 साल की गुलजाहाँ परवीन का आरोप है कि उसे 8 वर्षों से शौहर अमीन अंसारी दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग को भेजी शिकायत में गुलजाहाँ ने कहा है, “मेरे शौहर ने मुझे मई 2014 में आग लगा दी थी। मैं जैसे-तैसे बच पाई। तब मेरे शौहर को पुलिस ने जेल भेजा था। बाद में मुझे सब ठीक हो जाने की बात कह कर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया गया, जिसे मैंने बच्चों का भविष्य देख कर मान लिया। अगस्त 2021 में मुझे तीन तलाक देकर बेटी सहित घर से निकाल दिया। पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।”
वहीं गुलजाहाँ की अम्मी शकीला ने बताया है, “मेरे शौहर दिल के मरीज थे। बेटी की तकलीफ को वो बर्दाश्त नहीं कर पाए और इसी सदमे में उनकी जान चली गई। मेरा एक बेटा है जो मेहनत मजदूरी कर घर चला रहा है। हमें न्याय चाहिए।” रामगढ़ के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक सिसोदिया के मुताबिक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने घटना का संज्ञान लिया है। ऑपइंडिया के पास पीड़िता द्वारा महिला आयोग को भेजी गई शिकायत मौजूद है।