उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में मंगलवार (26 अप्रैल 2022) को दो मुस्लिम परिवारों के 8 सदस्यों ने हिंदू धर्म में वापसी की थी। बघरा स्थित स्वामी यशवीर आश्रम में हवन-पूजन करवाकर इनकी घर वापसी कराई गई थी। इसमें स्वामी मृगेंद्र महाराज की महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे भी यशवीर आश्रम से जुड़े हैं।
स्वामी मृगेंद्र महाराज घर वापसी का अभियान अरसे से चला रहे हैं। दैनिक भास्कर ने इसको लेकर उनसे विस्तार से बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने बताया कि पिछले 10 महीने में वे 150 से अधिक लोगों की घर वापसी करवा चुके हैं। हालिया दोनों परिवारों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि 11 साल पहले इन परिवारों के आठ सदस्यों ने लालच में आकर इस्लाम कबूल कर लिया था। उन्होंने कहा, “उन्हें शादी के बाद उनके बच्चों के लिए एक घर और अच्छे सामाजिक जीवन का वादा किया गया था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और परिवार ने खुद को ठगा हुआ महसूस किया। उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब होती जा रही थी। इसलिए उन्होंने हिंदू धर्म में लौटने का फैसला किया।”
स्वामी मृगेंद्र महाराज ने कहा कि यदि किसी हिंदू का धर्मांतरण करके उसे मुस्लिम बनाया जाता है तो ये सीधे तौर पर देश का विरोध है। अगर सभी हिंदू बन जाएँगे तो दो धर्मों के बीच की लड़ाई खत्म हो जाएगी। कुछ तत्व गरीब हिंदू लोगों को प्रभावित करते हैं और उन्हें आर्थिक सहायता का वादा करते हैं। उनके अनुसार हिंदू समुदाय के गरीब लोग खतरे में हैं क्योंकि उन्हें पैसे, संपत्ति और अच्छे सामाजिक जीवन देने का लोभ देकर इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया जाता है। जो हिंदू पैसे के लिए इस्लाम स्वीकार करते हैं, वे बाद में खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं और फिर वापस अपने धर्म में लौट आते हैं।
घर वापसी की प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “इस प्रक्रिया में लगभग डेढ़ घंटे तक पवित्र मंत्रों का जप किया जाता है। फिर जो सनातन धर्म को अपनाने की इच्छा रखते हैं उन्हें पवित्र गंगाजल और जनेऊ पहनने के लिए दिया जाता है।” उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में यशवीर आश्रम परिषद की स्थापन स्वामी यशवीर महाराज और स्वामी मृगेंद्र महाराज ने 2001 में की थी। इसके बाद से वे इस काम में जुटे हैं।
पिछले साल 19 जुलाई को आश्रम ने लोगों को हिंदू धर्म में वापस लाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया था। उस दिन पवित्र मंत्रों और गंगाजल के आचमन का जाप करके 22 मुस्लिम व्यक्तियों की हिंदू धर्म में वापसी करवाई गई थी। जुलाई 2021 से अब तक आश्रम में 150 से अधिक मुस्लिमों को हिंदू धर्म में वापस लाया गया है।
परिषद में मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और मुरादाबाद सहित सात शहरों में लगभग 25000 लोगों का समूह है। ये लोग उन सभी की मदद करते हैं जो सनातन धर्म को अपनाने और हिंदू धर्म में लौटने की इच्छा व्यक्त करते हैं। स्वामी ने कहा, “आश्रम में हम लोगों को हिंदू धर्म अपनाने के लिए मजबूर नहीं करते हैं। मैं जबरदस्ती धर्मांतरण का समर्थन नहीं करता। लोग खुद आश्रम आते हैं और हम बस उनकी मदद करते हैं।”