महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने मंगलवार (24 मई 2022) को पुणे के दापोडी इलाके से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लिए काम करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान जुनैद मोहम्मद के रूप में हुई है। जुनैद को पुणे की विशेष अदालत ने 3 जून तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया है। जुनैद पर लश्कर के लिए आतंकवादियों की भर्ती करने का आरोप है। वह युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें दहशतगर्दी के रास्ते पर ले जाता था।
एटीएस ने जुनैद मोहम्मद समेत चार आरोपितों के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट की धाराओं 121 (ए), 153 (ए) और 116 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुनैद पर कश्मीर के आतंकी संगठन गजवाते-अल-हिंद से फंडिंग हासिल करने का भी आरोप है। महाराष्ट्र एटीएस द्वारा जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है कि 30 दिसंबर, 2021 से खुफिया तरीके से जाँच चल रही थी। लेकिन इस मामले में 24 मई को प्राथमिकी दर्ज की गई। इसमें कहा गया है कि तीन अन्य आरोपित अभी भी फरार हैं।
एटीएस के मुताबिक, जुनैद जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्यों के संपर्क में था। आरोपित अलग-अलग राज्यों के युवकों को लश्कर में भर्ती करने की कोशिश कर रहा था। जाँच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि वह आतंकवाद की ट्रेनिंग दिलाने के लिए युवकों को जम्मू-कश्मीर ले जाने की कोशिश कर रहा था।
जुनैद ने युवकों को लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ने के लिए फेसबुक पर अलग-अलग नामों से 5 अकाउंट भी बनाए थे। इन अकाउंट से राष्ट्रविरोधी बातें पोस्ट करता था। युवाओं को देश के खिलाफ भड़काता और उन्हें लश्कर में शामिल होने के लिए उकसाता था। एटीएस ने कहा है, “जाँच में यह भी पता चला है कि इस काम के लिए आरोपित के बैंक अकाउंट में पैसे भी जमा किए गए थे।”
जाँच एजेंसी ने कहा कि जुनैद बेहद शातिर तरीके से अपने काम को अंजाम दे रहा था। उसने 10 बार अपने सिम कार्ड बदले थे। वह जिस सिम से अपने आकाओं से बात करता था, उसे तोड़ देता था और हर बार एक नया सिम कार्ड खरीदता था। उसने अलग-अलग कंपनियों के 10 सिम कार्ड इस्तेमाल किए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एटीएस आगे की जाँच के लिए जुनैद को कश्मीर ले जाएगी, जहाँ वह पिछले दो वर्षों में छह बार गया था। बता दें कि एटीएस की गिरफ्त में आया जुनैद 28 साल का है। वह बीते डेढ़ साल से पुणे में रह रहा था। जुनैद की पढ़ाई मदरसे में हुई है। आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने से पहले वह कबाड़ का धंधा करता था।