भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर स्टेटस लगाने के कारण महाराष्ट्र में एक युवक की पिटाई का मामला सामने आया है। 26 वर्षीय युवक को पीटने के आरोपित उसके मुस्लिम दोस्त ही हैं। बताया जाता है कि पीड़ित ने घर से भागकर किसी तरह जान बचाई।
घटना महाराष्ट्र के सोलापुर की है। पीड़ित युवक नरेंद्र श्रीराम के मुताबिक, अपने स्टेटस में नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर दोस्तों ने ही उसकी पिटाई कर दी। नरेंद्र ने वसीम पठान, निसार सैयद, अल्ताफ शेख, नोहिद और पाँच से छह अन्य लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
सोलापुर में एमआईडीसी थाने के एक अधिकारी ने बताया कि मारपीट के आरोप में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता नरेंद्र श्रीराम ने 11 जून को नुपुर शर्मा के समर्थन में व्हाट्सऐप स्टेटस लगाया था, जिससे गुस्साए उसके कुछ दोस्तों ने अपशब्द कहे। नरेंद्र ने दोस्तों के विरोध करने पर माफी माँग ली थी और बड़ों ने भी बीच-बचाव कर मामला सुलझा दिया था। लेकिन उसके बाद भी दोस्तों ने लोगों को उकसाया और 13 जून को चारों मुख्य आरोपितों के साथ अन्य लोग उसकी तलाश में घर पर आ धमके और उसकी पिटाई कर दी। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने निसार सैयद, नौहिद, वसीम पठान, अल्ताफ शेख और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
इधर मुंबई पुलिस की एक टीम नूपुर शर्मा को समन देने के लिए दिल्ली पहुँची है। नूपुर शर्मा को समन देने के लिए मुंबई की पायधूनी पुलिस पहुँची है। शर्मा को इसके पहले उनके ईमेल पर समन भेजा गया था। अब पुलिस की एक टीम फिजिकल कॉपी देने दिल्ली आई है। नूपुर शर्मा को भेजे गए समन में मुंबई की पायधूनी पुलिस ने उन्हें 25 जून को 11 बजे बयान दर्ज कराने के लिए उपस्थित होने को कहा है। यह एफआईआर मुंबई पुलिस ने रजा अकादमी की शिकायत पर दर्ज की थी।
गौरतलब है कि इससे पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट करने के कारण तमिलनाडु की कोयंबटूर (Coimbatore, Tamil Nadu) पुलिस ने मंगलवार (14 जून 2022) को एक ABVP कार्यकर्ता कार्ति को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा कि कार्ति ने पिछले महीने एक टीवी न्यूज डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा द्वारा इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों का वीडियो शेयर किया था। वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था, “मैं इसे रोज कहूँगा। नूपुर शर्मा ने वही कहा जो लिखा हुआ है। उन्होंने क्या गलत कहा?”