3 महीने से सऊदी अरब के रियाद में बंधक बना मोहम्मद मुफीज सोमवार (अगस्त 12, 2019) को अपने घर लौट आया। मुफीज के राँची एयरपोर्ट पहुँचते ही परिवारवालों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनके लिए बकरीद की खुशियाँ दोगुनी हो गई। मुफीज ने अपनी वापसी के लिए सीएम रघुवर दास का आभार जताया और कहा कि उसकी घर वापसी में सरकार ने काफी मदद की। उसने बताया कि मुख्यमंत्री की वजह से ही उसे इमरजेंसी पासपोर्ट उपलब्ध कराया गया और बकरीद पर वो अपने घर आ पाया।
Khurshid,Md Mufiz’s brother: A friend of him took him to Saudi on a fake passport&said he’ll get ₹50,000/month. When he got there, the company offered him only ₹15,000 & stopped paying that also after a few months. They even filed a case against him. So we wrote to Jharkhand CM pic.twitter.com/9r2zRgSl9C
— ANI (@ANI) August 12, 2019
मुफीज के भाई खुर्शीद ने बताया कि उसका (मुफीज) एक दोस्त काम दिलाने का वादा करके फर्जी पासपोर्ट पर सऊदी ले गया था। उसने मुफीज से महीने के 50,000 रुपए देने की बात कही, मगर जब वो वहाँ गया, तो कंपनी ने उसे 15,000 रुपए दिए और फिर कुछ महीने बाद वो भी देना बंद कर दिया। इसके बाद कंपनी ने झूठा केस बनाकर उसे बंधक बना लिया।
मो. मुफीज सकुशल सऊदी अरब से रांची आज दोपहर तक पहुंचेंगे। तीन महीने से भी ज्यादा वक्त तक रियाद में एक कंपनी ने इन्हें बंधक बना रखा था। उनकी बहन इशरत परवीन ने हमें इसकी जानकारी दी। विदेश मंत्रालय और झारखण्ड सरकार के प्रयासों से आज ईद उल जुहा के अवसर पर मुफीज वापस आ गए हैं। pic.twitter.com/9YvzEsxp3R
— Raghubar Das (@dasraghubar) August 12, 2019
मुफीज के परिवार ने इसकी जानकारी सीएम रघुवर दास को दी। मुफीज की बहन इशरत परवीन ने अपने भाई की रिहाई के लिए सीएम रघुबर दास से गुहार लगाई थी। इशरत ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा था कि उनके भाई को तीन महीने से अधिक समय से बंधक बनाकर कंपनी में रखा गया है और झूठा केस दर्ज किया गया है।
रक्षाबंधन और ईद से पहले मो. मुफीज को वापस रांची लाने के लिए सभी अधिकारियों को धन्यवाद। एक बहन के लिए इससे बड़ा तोहफा नहीं हो सकता।
— Raghubar Das (@dasraghubar) August 12, 2019
इसके बाद सीएम ने मामले का संज्ञान लिया और रियाद स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहे। उन्होंने पूरे मामले से दूतावास को अवगत कराया। आखिरकार इनकी कोशिश रंग लाई और सऊदी अरब सरकार ने मुफीज को रिहा करने का फैसला किया और मुफीज बकरीद के मौके पर अपने वतन लौट आए।
सीएम ने खुद ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी। उन्होंने इसके लिए रियाद स्थित भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को धन्यवाद दिया और साथ ही कहा कि एक बहन के लिए इससे बड़ा तोहफा नहीं हो सकता।