Monday, November 18, 2024
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बधाई हो! अब यूट्यूब पर भी तेज रफ्तार से ‘रवीश रोना’: कहा- बहुत देर कर दी, पहले ही ये काम कर लेना चाहिए था

रवीश कुमार के भविष्य में यूट्यूबर बनने की अटकलें पहले से ही लग रही थी। क्योंकि वे मीडिया में उसी पथ के अनुगामी बने हैं, जिसका निर्माण भारतीय मीडिया के पूर्व के दैत्येन्द्रों ने किया है।

आज (5 अक्टूबर 2022) दशहरा है। रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का दहन होना है। उससे पहले मीडिया के स्वयंभू दशानन ने अपनी दुकान का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं रवीश कुमार (Ravish Kumar Youtube channel) के यूट्यूब चैनल की।

रवीश कुमार ने अपने यूट्यूब चैनल (Ravish Kumar Official) पर करीब 8 मिनट का वीडियो अपलोड कर बताया है कि यह उनका ही चैनल है और उन्हें यह कदम क्यों उठाना पड़ा है। यह भी बताया है कि यह चैनल उन्होंने इसी साल जून में ही बना ली थी, लेकिन एनडीटीवी प्राइम टाइम (NDTV Prime Time) की व्यस्तता के कारण समय नहीं मिल रहा था। इसकी वजह से वे बहुत कुछ नहीं कर पाए। लेकिन अब लगता है कि इसे सक्रिय कर देना चाहिए। उन्होंने अब लगातार और तेज रफ्तार से यूट्यूब चैनल पर सामग्री डालने का वादा किया है। साथ ही संकेतों में बताया है कि यही ‘नया रास्ता’ है।

इस वीडियो की खास बात यह है कि इसमें रवीश कुमार ने खुद को इतनी बार ‘असली’ बताया है, जितना खुद के विद्वान और पराक्रमी होने का ऐलान असली वाले रावण ने अपने पूरे जीवनकाल में नहीं किया होगा। इस चैनल के डिस्क्रिप्शन में कहा गया है, “यह पत्रकार रवीश कुमार का आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल है। इसके अलावा कोई दूसरा चैनल नहीं है। रवीश सोशल मीडिया के पुराने नागरिक हैं। ब्लॉगर भी रहे हैं।”

रवीश कुमार ने फेसबुक पोस्ट के जरिए भी इसके बारे में बताया है। उन्होंने लिखा है, “बहुत देर कर दी। पहले ही ये काम कर लेना चाहिए था… अब जब यूट्यूब की घोषणा कर ही दी है तो कोशिश करूँगा कि पॉडकास्ट या वीडियो किसी भी रूप में नियमित रूप से आपके बीच पहुँचता रहूँ।”

वैसे रवीश कुमार के भविष्य में यूट्यूबर बनने की अटकलें पहले से ही लग रही थी। क्योंकि वे मीडिया में उसी पथ के अनुगामी बने हैं, जिसका निर्माण भारतीय मीडिया के पूर्व के दैत्येन्द्रों ने किया है। लेकिन यूट्यूब चैनल के आधिकारिक ऐलान के बाद अब सोशल मीडिया में यह चर्चा चल रही है कि मीडिया की लंका (एनडीटीवी) और रवीश कुमार का संबंध विच्छेद होने वाला है। हालॉंकि बीते अगस्त में खुद रवीश कुमार ने ऐसी अटकलों का खंडन किया था। उन्होंने लिखा था, “माननीय जनता, मेरे इस्तीफ़े की बात ठीक उसी तरह अफवाह है, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुझे इंटरव्यू देने के लिए तैयार हो गए हैं और अक्षय कुमार बंबइया आम लेकर गेट पर मेरा इंतज़ार कर रहे हैं। आपका, रवीश कुमार। दुनिया का पहला और सबसे महँगा जीरो टीआरपी ऐंकर।”

वास्तविकता जो भी हो वह भविष्य में उसी तरह सामने आएगा, जैसे ‘रवीश की रिपोर्ट’ वाले एंकर का चेहरा प्राइम टाइम आते-आते दर्शकों के सामने बेनकाब हुआ था। लेकिन, यह मौका मोदी और हिंदुओं से घृणा करने वाले लिबरलों और वामपंथियों को बधाई देने का है। आखिर 2024 से पहले दिल बहलाने को उन्हें एक और भोंपू मिला गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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