गुजरात के मोरबी में हुए हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। स्थानीय बीजेपी सांसद मोहनभाई कुंदरिया के 12 रिश्तेदार भी इनमें शामिल हैं। राहत और बचाव के काम चल रहे हैं। मच्छु नदी पर बना केबल पुल रविवार (30 अक्टूबर 2022) शाम टूट गया था।
अभी भी करीब 200 लोग लापता बताए जा रहे हैं। 140 साल पुराने इस पुल को रिनोवेशन के बाद कुछ दिन पहले ही खोला गया था। लेकिन अब यह तथ्य सामने आ रहा है कि ऐसा बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के ही कर दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना की जाँच के लिए 5 सदस्यों की SIT का गठन किया गया है। शुरुआती जाँच के मुताबिक घटना के समय पुल पर क्षमता से अधिक भीड़ मौजूद थी। साथ ही लोगों को रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। गुजरात के गृह मंत्री ने बताया कि पुलिस ने मामले में IPC की धारा 304, 308 और 114 के तहत FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। उन्होंने जानकारी दी है कि राहत और बचाव कार्यों के लिए NDRF, नेवी के साथ स्थानीय प्रशासन की टीमें सक्रिय हैं।
criminal case has been registered under section 304,308,114 against the collapse of Hanging Bridge #machhu river in Morbi town.
— Harsh Sanghavi (@sanghaviharsh) October 30, 2022
हिलाया जा रहा था पुल को
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा। एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि कुछ लोग पुल को हिलाने का प्रयास कर रहे है। इस दौरान किसी ने भी उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की। इसको लेकर दावा किया जा रहा है कि कुछ लोग पुल को हिलाने की कोशिश कर रहे थे। आपइंडिया इन दावों की पुष्टि नहीं करता। लेकिन एनडीटीवी ने विजय गोस्वामी नाम के एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से ऐसा ही दावा किया है। विजय का कहना है कि युवकों द्वारा की गई इस हरकत को देख वे कर वो आधे पुल से परिवार सहित वापस लौट आए थे।
Horrifying. CCTV images capture the #MorbiBridgeCollapse. Detailed visual timeline report on @IndiaToday. pic.twitter.com/JUHrgxmgbK
— Shiv Aroor (@ShivAroor) October 31, 2022
न फिटनेस, न ही अनुमति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोरबी म्युनिसिपल चीफ अफसर संदीप सिंह झाला ने कहा है कि पुल को खोलने से पहले अनुमति नहीं ली गई थी। उन्होंने बताया कि पुल का फिटनेस सर्टिफिकेट भी नहीं था। उन्होंने बताया कि पुल पर सामान्य तौर पर एक साथ 20 से 25 लोगों को जाने की अनुमति ही दी जाती है। लेकिन हादसे के वक्त करीब 500 लोग पुल पर थे। इस पुल का ठेका ओरेवा के पास है।
177 को बचाया गया, 19 का इलाज जारी
एक रिपोर्ट के मुताबिक नदी में गिरे 177 लोगों को अब तक बचाया जा चुका है। 19 घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। गुजरात के CM भूपेन्द्र पटेल ने रविवार को मोरबी पहुँच घटनास्थल का निरीक्षण किया। अस्पताल में भर्ती घायलों और उनके परिजनों से मिले।
Morbi cable bridge collapse | More than 100 deaths have been reported till early morning. Around 177 people have been rescued. 19 people are under treatment. Army, Navy, Air Force, NDRF, Fire Brigade are conducting search operations: Gujarat Information Department pic.twitter.com/1BPa6lU39y
— ANI (@ANI) October 31, 2022
राज्य सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए और केंद्र सरकार द्वारा उन्हें 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा हुई है। इसके अलावा घायलों के परिजनों को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा 50-50 हजार रुपए की मदद दी जाएगी।