उत्तर प्रदेश की प्रतापगढ़ पुलिस ने संविधान सभा की ड्राफ्टिंग कमिटी के अध्यक्ष रहे डॉ भीमराव अंबेडकर के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने वाले एक शख्स के खिलाफ 30 अक्टूबर, 2022 को मामला दर्ज किया। आरोपित की पहचान प्रतापगढ़ जिले के जेठवाड़ा थाना क्षेत्र के माताफेर सिंह के रूप में हुई है। वह अवधी बोली में डॉ. भीमराव अंबेडकर को गरियाते हुए नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर उसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।
प्रतापगढ़ पुलिस ने बताया आरोपित के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। 55 सेकेंड के वीडियो में उस शख्स ने कहा था, “जिसने संविधान लिखा ससुर, भीमराव अंबेडकर। इसको किसने अफसर बनाया? एक हिंदू राजा। वह गुजरात का एक राजा था। एक क्षत्रिय।” तभी उसकी बात का जवाब देते हुए पृष्ठभूमि से एक व्यक्ति ने कहा कि अंबेडकर एक बैरिस्टर थे। माताफेर सिंह को जवाब देने वाले व्यक्ति का चेहरा वीडियो में नहीं दिख रहा है।
इस पर माताफेर ने कहा, “क्या वह पहले से ही योग्य था? क्या आप उसका इतिहास जानते हो? वह कभी बैरिस्टर नहीं था।” इसके बाद दूसरे शख्स ने कहा कि उनके पास डिग्री थी, जिस पर उस व्यक्ति ने कहा, “नहीं, उसके पास कोई डिग्री नहीं है। उसे गुजरात के क्षत्रिय राजा ने विदेश भेजा, पढ़ाया लिखाया और फिर यहाँ वापस बुलाया। जिसने उसका नामकरण किया वापस आने के बाद उसने सबसे पहले उन्हीं की पूँछ काट दी।”
संबंधित प्रकरण में थाना जेठवारा पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है ।
— PRATAPGARH POLICE (@pratapgarhpol) October 30, 2022
आरक्षण व्यवस्था पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “आरक्षण मंडल-कमंडल के दुनिया भर के बच्चे सब कुछ पा रहे हैं और हमारे बच्चे 80%-90% नंबर लाकर भी फेल हो रहे हैं। यह कैसा संविधान है?” वह अपनी स्थानीय भाषा में अबंडेकर के लिए ‘ससुर’ और ‘साला’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहा है। दरअसल, बातचीत के दौरान प्रतापगढ़ में ऐसे शब्दों का प्रयोग आम बात है।
वहीं, दलित समुदाय के लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस वीडियो की कड़ी आलोचना की और उन्होंने उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की माँग की। ऑपइंडिया से बात करते हुए, जेठवाड़ा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और जाँच जारी है। मामले में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।