उत्तर प्रदेश के कासगंज में जितेंद्र नाम के एक व्यक्ति के साथ भीड़ द्वारा मारपीट की गई है। पीड़ित जितेंद्र ने वीडियो जारी कर के भीड़ में शामिल आरोपितों के मुस्लिम समुदाय से होने की जानकारी दी है। पुलिस ने जितेंद्र की तहरीर पर 10 से 15 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मुख्य आरोपित का नाम हेयर कटिंग सैलून का मालिक अशरफ बताया जा रहा है। घटना मंगलवर (1 नवम्बर, 2022) शाम 6 बजे की है।
जितेंद्र ने घटना के अगले दिन 2 नवंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जितेंद्र ने अपनी शिकायत में बताया कि घटना थाना क्षेत्र गंजडुण्डवारा की है। जितेंद्र गाजियाबाद की एक कृषि कंपनी में काम करते हैं और कासगंज क्षेत्र में कार्यरत हैं। पीड़ित द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, घटना के दिन वो अपनी कंपनी के कलेक्शन के लिए गणेशपुर फाटक की तरफ बाइक से जा रहे थे, इसी दौरान उसकी बाइक सामने से आ रहे एक व्यक्ति से टकरा गई। इसके बाद दोनों में कुछ कहासुनी हुई।
शिकायत में आगे बताया गया है कि विवाद करने वाले व्यक्ति ने जितेंद्र को थोड़ी देर बाद देख लेने की धमकी दी और चला गया। बताया गया है कि जैसे ही जितेंद्र अपने डिस्ट्रीब्यूटर की दुकान के अंदर गए, वैसे ही विवाद करने वाला आरोपित 10-15 लोगों की भीड़ ले कर डिस्ट्रीब्यूटर की दुकान में घुस गया। जितेंद्र ने दरवाजा बंद कर लिया, फिर भी दरवाजे को तोड़ दिया गया। अंदर घुसे हमलावर जितेंद्र को डंडों और बेल्ट से मारा और जान से मारने की धमकी दे कर वहाँ से चले गए। जितेंद्र ने अपनी शिकायत में आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
एक CCTV फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस फुटेज में कुछ हमलावर एक दुकान में घुस कर एक व्यक्ति के साथ मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं। जितेंद्र के मुताबिक, वह वीडियो उन पर हुए हमले का है। कासगंज पुलिस ने भी इस वीडियो पर केस दर्ज कर के जाँच किए जाने की जानकारी दी है।
— KASGANJ POLICE (@kasganjpolice) November 4, 2022
इस बीच जितेंद्र ने वीडियो जारी करते हुए बताया कि उन पर हमला करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग थे। उन्होंने इसी वीडियो में खुद के लिए न्याय की अपील की है। ऑपइंडिया के पास उक्त वीडियो मौजूद है। वहीं कासगंज के हिन्दू नेताओं मनोज लोधी और विकास पचौरी ने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए वो सब भी आवाज उठा रहे हैं। हिन्दू नेताओं के मुताबिक, पुलिस भी मुस्लिमों से जुड़े मामलों में वैसी सक्रियता नहीं दिखाती जैसी अपेक्षित होती है। विकास पचौरी ने भी बताया कि हमलावरों में बाल काटने का काम करता है।
पुलिस ने जितेंद्र सिंह के हमलावरों पर IPC की धारा 147, 323, 452, 504 और 506 के तहत केस दर्ज किया है। मामले की जाँच चल रही है और आरोपितों की तलाश की जा रही है। ऑपइंडिया के पास घटना की FIR कॉपी मौजूद है। याद हो कि 26 जनवरी, 2008 को कासगंज में तिरंगा यात्रा निकालने के दौरान चंदन गुप्ता नामक हिन्दू युवक की मुस्लिम भीड़ ने हत्या कर दी थी। तब ये मामला खासा चर्चित हुआ था।
71 साल के बुजुर्ग को दी गई बीच बचाव की सजा
पीड़ित जितेंद्र ने ऑपइंडिया से बात की। उन्होंने बताया कि हमले में शकील नाम का एक अन्य व्यक्ति भी शामिल था, जिसे लोग ठेकेदार नाम से बुलाते हैं। जितेंद्र ने हमें बताया कि जिस अंदाज़ में गेट को तोड़ कर अंदर भीड़ घुसी थी, उससे एक बार ऐसा लगा कि हमलावर उन्हें मार ही डालेंगे। जितेंद्र के मुताबिक, दुकान मालिक लगभग 71 वर्षीय बुजुर्ग ने बीच बचाव की कोशिश की तो उन्हें भी एकाध बेल्ट लग गए थे। इसी के साथ जितेंद्र ने हमें बताया कि इस पूरी अफरातफरी में दुकान मालिक का काफी सामान भी टूट-फूट गया था।