पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार (4 नवंबर, 2022) को हिन्दू नेता सुधीर सूरी की खालिस्तानी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनकी हत्या की जिम्मेदारी कनाडा में बैठे फरार आतंकी लखबीर सिंह लांडा ने ली है। पंजाब में लंबे समय से खालिस्तानियों के निशाने पर वो हिंदूवादी लोग रहे हैं, जो उनकी अलगाववादी सोच का विरोध करते आए हैं। उन्हीं में से एक नाम है पवन गुप्ता का भी। पवन गुप्ता ‘शिवसेना हिंदुस्तान’ नाम के संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
बताया जाता है कि उन पर भी कई बार हमले का प्रयास किया जा चुका है। ऑपइंडिया ने खालिस्तान समस्या पर उनसे अगस्त 2022 को एक्सक्लूसिव बातचीत की थी।
खालिस्तानियों को सिर्फ हिन्दुओं से नफरत
पवन गुप्ता का कहना है कि खालिस्तानियों को केवल हिन्दुओं से नफरत है, जबकि उन्हें बाकी मत-मजहब वालों से कोई दिक्कत नहीं। हालाँकि, पवन गुप्ता ने कहा कि सिखों से हिन्दुओं का रोटी और बेटी का रिश्ता है और खालिस्तानी इस रिश्ते के दायरे से बाहर हैं। पवन गुप्ता का दावा है कि अधिकतर सिख समुदाय खालिस्तानियों की सोच से सहमत नहीं हैं, लेकिन वो इनका खुला विरोध करने से डरते हैं। इसके पीछे गुप्ता ने खालिस्तानियों की हिंसक हरकतों से पैदा किए गए दहशत के माहौल को जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि खालिस्तानियों का ये दावा झूठा और मनगढ़ंत है कि सिख समाज के अधिकतर लोग उनका समर्थन करते हैं।
खालिस्तानी सोच का विरोध ही हिन्दुओं की हत्याओं की वजह
पवन गुप्ता ने कहा कि भले ही खालिस्तानी बाकी लोगों में अपनी दहशत बनाने में सफल हो गए, लेकिन पंजाब के हिन्दू समाज ने कभी उनके आगे घुटने नहीं टेके। खालिस्तानियों की हिन्दुओं से नफरत की गुप्ता ने यही वजह बताई। उनका कहना है कि शिवसेना और हिन्दू समाज के लोग ‘शिव-शक्ति का जाप करेंगे, अपनी रक्षा आप करेंगे’ का नारा लगा कर खालिस्तान वाली सोच से लोहा लेते हैं। हालाँकि, गुप्ता के मुताबिक, इस संघर्ष में कई हिन्दू बलिदान भी हुए हैं।
पवन गुप्ता ने कहा कि खालिस्तानी ये जानते हैं कि जब तक पंजाब में राष्ट्रवादी सोच के लोग हैं, तब तक उनका देश तोड़ कर खालिस्तान बनाने का सपना पूरा नहीं होने वाला – इसलिए उनके निशाने पर हिंदूवादी लोग होते हैं।
कश्मीरी और खालिस्तानी आतंकियों का एक पैटर्न
हमारे साथ अपने अनुभव साझा करते हुए पवन गुप्ता ने कहा कि खालिस्तानी और कश्मीरी आतंकियों का आतंक पैटर्न एक जैसा है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार कश्मीर के इस्लामी आतंकियों को वहम था कि घाटी हिन्दुओं से विहीन कर के वो कश्मीर को पाकिस्तान में मिला लेंगे वैसे ही खालिस्तानियों को भी भ्रम है कि वो हिन्दू विहीन पंजाब बना कर खालिस्तान बना लेंगे। हालाँकि, गुप्ता ने इसे खालिस्तानियों की महज ग़लतफ़हमी करार दिया।
खालिस्तानी आतंकियों को पद, पैसा और शाबासी
पवन गुप्ता ने दावा किया कि खालिस्तानी आतंकियों का बैकअप काफी मजबूत है। बड़े से बड़ा कांड करने के बाद उन्हें शाबाशी के साथ पैसा और समर्थन भी मिलता है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की हत्या का उदाहरण देते हुए गुप्ता ने बताया कि उनके हत्यारों के परिजनों को अकाल तख़्त पर सम्मानित कर के सोने के सिक्के दिए गए। उन्होंने बताया कि एक अन्य खालिस्तानी आतंकी की पत्नी विमल कौर खालसा को लोकसभा में चुन कर भेजा गया था। इसी के साथ एक और उदाहरण देते हुए पवन गुप्ता ने बताया कि भगत सिंह का अपमान करने वाला भी चुन कर जनप्रतिनिधि बना दिया जाता है।
पवन गुप्ता ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कातिलों को सम्मानित कर के उनकी तस्वीरों को लगाया जा रहा है। तिहाड़ में बंद आतंकी जगतार सिंह हवारा का नाम लेते हुए उन्होंने बताया कि पंजाब के कई हिस्सों में उनको भी महिमामंडित किया जा रहा है और उसके परिवार को बाहर से पैसे आ रहे हैं। गुप्ता के अनुसार, कानूनी प्रक्रियाओं में फँसे खालिस्तानियों के केस पैसे के दम पर बड़े से बड़े वकील लड़ते हैं। पवन गुप्ता ने आगे बताया कि इसके उलट अपने समाज के लिए लड़ने वाले हिन्दुओं को हिन्दू समाज अकेला छोड़ देता है।
खालिस्तानियों के खिलाफ चाहिए योगी आदित्यनाथ जैसा शासक
पवन गुप्ता ने पंजाब में भी योगी आदित्यनाथ जैसे शासक की जरूरत पर जोर दिया। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ योगी के कामों की तारीफ करते हुए उन्होंने बताया कि खालिस्तानियों के खिलाफ भी बुलडोजर चलाने की हिम्मत करने वाला कोई शासक ही पंजाब को खालिस्तान मुक्त कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि योगी जैसा कोई शासक उत्तर प्रदेश में आया तो उनकी पार्टी शिवसेना हिंदुस्तान उनका खुला समर्थन करेगी।
पंजाब में बद से बदतर हो गई है कानून व्यवस्था
हमसे बात करते हुए पवन गुप्ता ने पंजाब में नई बनी ‘आम आदमी पार्टी (AAP)’ की सरकार को अनुभवहीन बताया। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की इतनी बुरी स्थिति पिछली किसी भी सरकार में नहीं रही है। पवन गुप्ता ने कहा कि महज सस्ती लोकप्रियता लेने के लिए भगवंत मान की सरकार ने कई लोगों की सुरक्षा हटाई थी, जिसका दुष्परिणाम सबने देखा है। गुप्ता के मुताबिक, पंजाब सरकार असल में दिल्ली से चलाई जा रही है।
पवन गुप्ता ने कहा कि महज कुछ ही दिनों में आम आदमी पार्टी सरकार लोगों के दिलो-दिमाग से उतर चुकी है। उनका कहना था कि इस सरकार ने कई लोगों की सुरक्षा हटा कर उसे अख़बारों में छपवा दिया, जिससे कातिलों को टारगेट खोजने में आसानी हो गई। पवन गुप्ता ने बताया कि वो ही नहीं, बल्कि उनका परिवार भी खालिस्तानियों के निशाने पर पहले से रहा है।
पाकिस्तान से सटा बॉर्डर खालिस्तानियों के लिए सुविधाजनक
पवन गुप्ता के मुताबिक, पंजाब बॉर्डर का पाकिस्तान सीमा से सटा होना खालिस्तानियों के लिए काफी सुविधाजनक साबित होता है। उनका कहना है कि इसी बॉर्डर का फायदा उठा कर पाकिस्तान भारत के खालिस्तानियों के साथ मिल कर देश विरोधी हरकतें करता और करवाता है। पवन गुप्ता का कहना था कि अब तक जगह-जगह खालिस्तान के नारे लग रहे हैं और भिंडरावाले के साथ मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या करने वाले हवारा की फोटो लगाई जा रही हैं, जिसमें सरकारी बसें भी शामिल हैं।
पंजाब के कुछ अफसर भी हैं हिन्दू विरोधी
पवन गुप्ता ने खुद को भी खालिस्तान की लड़ाई में सक्रियता से शामिल बताया। उनका कहना था कि कई सरकारी अधिकारी भी हिन्दुओं की बात नहीं सुनते, जिनकी उन्हें आवाज उठानी पड़ती है। उन्होंने ये भी बताया कि DGP के खिलाफ मोर्चा खोलने के चलते व्यक्तिगत खुन्नस में उनकी सुरक्षा हटा दी गई थी। गुप्ता ने पंजाब में हिन्दुओं को अल्पसंख्यक बताया।
दशकों से लटका है आतंकवाद पीड़ित हिन्दुओं का मुआवजा
पवन गुप्ता ने हमें बताया कि कृषि कानून के विरोध में हुए आंदोलन के दौरान खालिस्तानी गतिविधियाँ तेज हुई थीं, जो पंजाब में AAP की सरकार बनने के बाद बेकाबू हो गई हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से पंजाब के हिन्दुओं के हितों के बारे में सोचने की अपील करते हुए माँग की कि शुरुआत पंजाब में 36 हजार हिंसा पीड़ित हिन्दुओं के स्वीकृत हो चुका मुआवजा दिया जाए।
उन्होंने बताया कि पंजाब के आतंकवाद पीड़ित हिन्दुओं का ये 781 करोड़ रुपए का मुआवजा कई वर्षों से केंद्र सरकार की टेबल पर पड़ा है, जिसको स्वीकृत न जाने क्यों नहीं किया जा रहा है। पवन गुप्ता ने पंजाब के हिंदूवादी नेताओं के लिए केंद्रीय सुरक्षा की माँग भी की।
लगभग हर हिस्से में हुई हैं हिन्दुओं की हत्याएँ
पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद की विभीषिका बताते हुए पवन गुप्ता ने पंजाब के लगभग हर हिस्से में हुई हिन्दुओं की हत्या के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अमृतसर, मोगा, पटियाला, लुधियाना और जलंधर जैसे हिस्सों में कई हिंदूवादी नेताओं की हत्या हो चुकी है। हत्या के शिकार हिन्दुओं में उन्होंने शिवसेना के साथ संघ के नेताओं को भी शामिल बताया।