Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाAIIMS हैक के पीछे चीन-उत्तर कोरिया? 5000 कम्प्यूटरों पर ₹200 करोड़ माँग रहे हैकर्स...

AIIMS हैक के पीछे चीन-उत्तर कोरिया? 5000 कम्प्यूटरों पर ₹200 करोड़ माँग रहे हैकर्स का कब्ज़ा, 7 दिन से ठप्प डिजिटल सेवाएँ: आतंक एंगल से जाँच कर रही NIA

एम्स के कंप्यूटर्स पर रैनसमवेयर नाम का साइबर हमला हुआ है। यह हमले मोटी रकम वसूली के लिए ही किए जाते हैं। हैकर्स ने अस्पताल से फिरौती के तौर पर क्रिप्टोकरेंसी में 200 करोड़ रुपए की माँग की है।

दिल्ली के ‘अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (AIIMS)’ में हुए साइबर अटैक मामले में 2 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। दोनों कर्मचारी सिस्टम एनालिस्ट हैं। दोनों कर्मचारियों को पहले कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर एम्स प्रशासन ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।

इधर मामले की जाँच तेज हो गई है। जाँचकर्ताओं ने आशंका जताई है कि यह साइबर हमला चीन या नॉर्थ कोरियायी हैकर्स के द्वारा किया गया हो सकता है। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट ने 25 नवंबर, 2022 को जबरन वसूली (फिरौती) और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जाँच एनआईए (NIA) भी कर रही है। जानकारी के मुताबिक एनआईए इस हैकिंग की जाँच टेरर एंगल से करेगी।

क्रिप्टोकरेंसी में माँगी गई फिरौती?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एम्स के कंप्यूटर्स पर रैनसमवेयर (Ransomware) नाम का साइबर हमला हुआ है। यह हमले मोटी रकम वसूली के लिए ही किए जाते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो हैकर्स ने अस्पताल से फिरौती के तौर पर क्रिप्टोकरेंसी में 200 करोड़ रुपए की माँग की है। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कहा है कि एम्स के अधिकारियों को अब तक फिरौती माँगे जाने से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली है।

इस बीच दिल्ली एम्स की तरफ से जानकारी दी गई है कि सर्वरों की स्कैनिंग का काम जारी है। अब तक 50 में से 30 सर्वर में एंटी वायरस डालकर स्कैन किया जा चुका है। एम्स में लगभग 5000 कंप्यूटर हैं। फिलहाल 2000 कंप्यूटरों की स्कैनिंग का काम हो चुका है। सर्वर पूरी तरह से ठीक होने में 5 दिन का समय लग सकता है।

अभी कैसे चल रहा है काम?

23 नवंबर, 2022 से ही एम्स दिल्ली में ऑनलाइन सेवाएँ बाधित हैं। फिलहाल जरूरी सेवाएँ ऑफलाइन (मैनुअल) मोड में चल रही हैं। ऐसे में मैनुअल मोड में काम के लिए कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई गई है, ताकि इलाज के लिए दूर-दूर से आ रहे मरीजों को दिक्कत न हो। मरीजों का ओपीडी कार्ड हाथ से बनाया जा रहा है। एडमिशन प्रोसेस भी हाथ से लिखकर किए जा रहे हैं। यहाँ तक कि सैंपल जाँच भी मैन्युअली ही हो रही है।

इलाज पर इसका बहुत ज्यादा असर तो नहीं हो रहा है, लेकिन काम में समय अधिक लग रहा है। एम्स की तरफ से नोटिस जानकारी दी गई है कि इस हफ्ते एम्स नेटवर्क को फॉर्मेट किया जाएगा। ताकि आगे के लिए सिस्टम को और भी सुरक्षित किया जा सके।

बता दें कि 23 नवंबर, 2022 को एम्स के सर्वर में रैनसमवेयर अटैक हुआ था। जिसके बाद पूरी डिजिटल सेवाएँ ठप हो गईं हैं। एनआइसी (नेशनल इन्फार्मेटिक सेंटर), इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-आइएन) और सीडैक (सेंटर फार डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) की टीम इस समस्या का हल निकालने में जुटी हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -